# मिट्टी का सफ़र #

प्रिय मित्रो,
हम सब जीवन की आपाधापी में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि यह भूल जाते हैं — यह संसार एक अस्थायी मेला है। जो आज है, वह कल नहीं रहेगा।

इस कविता के माध्यम से, मैं जीवन की उसी कटु सच्चाई को आपके सामने लाना चाहता हूँ, जो हमें बार-बार याद दिलाती है कि हमारे कर्म ही हमारे साथ जाते हैं…

# मिट्टी का सफ़र#

देखते ही देखते, छूट जाएगा ये मेला,
जिसे अपना समझा, वो भी निकलेगा अकेला।
साँसों की ये डोरी है, कल टूट जाएगी,
आज जो साथ हैं, याद बनके रह जाएँगी।

कब तक गिनोगे सिक्के, कब तक गिनोगे नाम,
ना कोई धन साथ जाएगा, ना शोहरत का पैग़ाम।
जिस ज़मीन पर तूने बंगलों की दीवारें खड़ी की,
एक दिन वही ज़मीन, तुझे चुपचाप निगल जाएगी |

तेरे कर्मों की छाया ही तेरा असली साया है,
धर्म और प्रेम का दीपक ही तेरी सच्ची माया है।
ना कोई ताज तेरे सिर रहेगा, ना कोई सिंहासन,
कल ये राज़सी चालें भी बन जाएँगी केवल स्मरण।

जिसने जन्म लिया है, उसे अंत का स्वाद चखना है,
ये काल चक्र है साथी, हर किसी को झुकना है।
तेरा बेटा ही तुझ को अग्नि मे समाएगा
माथे पे राख़ सजाकर, चुपचाप लौट आएगा।

मत कर अभिमान कि तू मालिक बन गया है,
यहाँ हर राजा कल रंक बन के गया है।
कर्म ऐसे कर, कि जब दुनिया मे तू ना रहे,
तेरे शब्दों में, तेरे deeds में, कुछ तू रह जाए।

नहीं तो भीड़ में तेरा नाम भी धुंधला जाएगा,
तेरा अक्स, तेरी पहचान, मिट्टी में समा जाएगा।
अकेला आया था, अकेला ही चला जाएगा,
ना कुछ साथ लाया था, ना कुछ साथ ले जाएगा।

यह जीवन बस एक यात्रा है, हम क्षणिक मुसाफ़िर,
जो समझ गया इसे, वही कहलाए असली ज़ाफ़र।

(विजय वर्मा )



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13 replies

  1. Nice post thanks for sharing🕺🎸

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    • Thank you so much for your visit and appreciation. Your words mean a lot.

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      • Thank you so much for your visit and kind appreciation.
        Your heartfelt words truly mean a lot to me.
        It’s always encouraging to know that my work resonates with others.
        Please keep visiting and sharing your thoughts —
        they inspire me to keep writing and creating with even more passion. 🙏✨

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  2. वाहहह वर्मा जी!🙏 आपकी लेखनी से फूटती है वह सादगी, जो सीधे आत्मा से संवाद करती है।
    “मिट्टी का सफ़र” वास्तव में जीवन के उन अनकहे सत्यों की पुकार है, जिन्हें हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं।
    हर शब्द एक दर्पण है, जिसमें हम अपनी क्षणभंगुरता को देख सकते हैं और शायद थोड़ा और जाग सकते हैं।

    क्या ही गहन अनुभूति है, क्या ही पारदर्शी दृष्टि से देखा गया जीवन का यथार्थ!

    “मिट्टी का सफ़र” कोई साधारण कविता नहीं, बल्कि यह उस मौन सत्य की उद्घोषणा है जिसे हम सब जानते तो हैं, पर स्वीकारना भूल जाते हैं।

    वर्मा जी! आपने जीवन की अस्थायी प्रकृति को ऐसे चित्रित किया है जैसे कोई संत साधक, किसी तपोवन में ध्यानस्थ हो कर आत्मसार कर रहा हो।
    हर पंक्ति में अनुभव की गहराई, दर्शन की सुगंध और भाषा की सहजता झलक रही है।

    “धर्म और प्रेम का दीपक ही तेरी सच्ची माया है” यह पंक्ति तो मानो अज्ञान के अंधकार को चीरती हुई आत्मा तक पहुँची।
    और अंतिम शेर… “जो समझ गया इसे, वही कहलाए असली ज़ाफ़र”, जीवन का सार–संग्रह है।

    आपकी यह रचना सिर्फ़ कविता नहीं, बल्कि एक जीवन-सूत्र है।
    मन को झकझोर देने वाली सादगी और गहराई के लिए कोटिशः प्रणाम। 🙏
    आप जैसे रचनाकारों की लेखनी, वक़्त के रेगिस्तान में अमर दीपक की तरह जलती रहे।❣️

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    • प्रिय मित्र,

      आपकी इस आत्मीय, गहराई से भरी प्रतिक्रिया ने मन को भावविभोर कर दिया। 🙏
      ऐसा लगा मानो मेरे शब्दों को आपने वही स्वर और विस्तार दे दिया, जिसकी हम प्रतीक्षा कर रहे थे।

      “मिट्टी का सफ़र” मेरे जीवन-अनुभवों की निचोड़ है, और जब कोई संवेदनशील पाठक—जैसे आप—उसे इस तरह आत्मसात करता है, तो वह कविता सच में जीवंत हो उठती है।

      आपके शब्दों में जो स्नेह, जो दर्शन और जो आत्मिक समझ है, वह मेरे लिए किसी पुरस्कार से कम नहीं।
      “धर्म और प्रेम का दीपक” यदि किसी के हृदय तक पहुँचा, तो समझ लीजिए मेरी लेखनी ने अपना धर्म निभा दिया।
      आपका यह कहना कि कविता “एक जीवन-सूत्र” है — मेरे लिए सबसे मूल्यवान टिप्पणी है।

      आप जैसे सुधि-पाठकों की उपस्थिति, मेरे लेखन को दिशा देती है, शक्ति देती है।
      कोटिशः धन्यवाद इस सुंदर, विचारपूर्ण प्रतिक्रिया के लिए।
      ईश्वर से यही प्रार्थना है कि मेरी कलम इसी तरह सत्य और सादगी की राह पर चलती रहे — और हृदयों को छूती रहे।

      आपके स्नेह और प्रेरणा के लिए पुनः सादर आभार।

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  3. Bahut accha.

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  4. bahut achchhi kavita hai jeevan ki vaastvikta hai

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    • बहुत-बहुत धन्यवाद 🙏
      आपकी सराहना मेरे लिए बहुत मूल्यवान है।
      यह जानकर हर्ष हुआ कि कविता ने आपको जीवन की वास्तविकता का अनुभव कराया।
      ऐसे ही अपने विचार साझा करते रहिए —
      आपकी प्रतिक्रिया ही मेरी लेखनी की सच्ची प्रेरणा है। 💐✨

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  5. Dear Verma Ji
    Your views expressed in your writing are groundbreaking! Please keep enlightening us.
    Thank you very much for liking my post, Mustafa 🙏🎖❤️💓💐🌺

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    • Thank you so much for your kind and generous words. 🙏
      It truly means a lot to me that you find value in my writing.
      Encouragement from thoughtful readers like you inspires me to keep expressing, exploring, and sharing.

      Your posts are always a delight, and I look forward to reading more from you.
      Let’s continue this beautiful exchange of thoughts and reflections.

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