
यह कविता जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को छूती है। इसमें प्यार, दोस्ती, और रिश्तों की जटिलता को भावनात्मक रूप से प्रस्तुत किया गया है।
यह हमें बताती है कि जीवन के सुख और दुख, विश्वास और धोखा, हमें बहुत कुछ सिखाते हैं। कभी ये हमें संबल देते हैं, तो कभी कठिनाइयों से लड़ने की ताकत। जी हाँ, जीवन के हर पहलू को स्वीकार करना ही असली जीने का फलसफा है।
जीने का फलसफा
ये जो प्यार, मोहब्बत और दोस्ती है,
ये ज़िंदगी के सिलसिले को जोड़ देते हैं।
कभी तो ये दिल को देते हैं, सुकून,
तो कभी दर्द के समंदर में छोड़ देते हैं।
कभी ये धोखा होता है, कभी होता है ज़रूरी,
साजिशें बदल देती हैं हमारे रिश्तों की दूरी।
शतरंज के मोहरे बन गए हैं सारे लोग,
उल्टी चाल चलना बन गया है मजबूरी।
कभी तो सुकून का नर्म एहसास बनते हैं,
कभी ग़मों की स्याह परछाई लगते हैं।
हर दिल के पास है अपनी कहानी,
जिसे खुश होकर वे सबसे कहते हैं।
यादें हैं वो, जो हर दिल में गूंजती हैं,
अधूरी मोहब्बत की कहीं धुन बजती है।
इन्हीं में छुपा है ज़िंदगी का राज,
कभी बेवजह मिठास की नदी बहती है।
अकेलेपन की कड़वाहट को संग लेकर,
तो कभी रिश्तों का कोई बोझ सहकर।
हर मोड़ पर उम्मीदें जाग जाती हैं,
ज़िंदगी की अनोखी दास्तान कहकर।
तो इन रिश्तों को यूं ही मत जाने दो,
हर जख्म को प्यार का मरहम लगाने दो।
क्योंकि यही तो है जीने का फलसफा,
इन्हीं में छुपी है ज़िंदगी, ये बताने दो।
(विजय वर्मा)

BE HAPPY….BE ACTIVE….BE FOCUSED….BE ALIVE…
If you liked the post, please show your support by liking it,
following, sharing, and commenting.
Sure! Visit my website for more content. Click here
Categories: kavita
very nice
LikeLiked by 2 people
Thank you so much.
LikeLike
Nice poem adorned with beautiful and meaningful couple picture.👌
LikeLiked by 1 person
Thank you so much dear.
LikeLike