# मुस्कुराने की कीमत # 

तू रूठा – रूठा सा लगता है,
कोई तरकीब बता मनाने की,
मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दूंगा,
तू क़ीमत बता मुस्कुराने की.

प्रकृत्ति के ऐसे तीन अटूट नियम जो सार्वजनिक सत्य है | इसे झुठलाया नहीं जा सकता है।

प्रकृत्ति का पहला नियम :

वो ये कि यदि खेतों में बीज न डाला जाए तो प्रकृत्ति उसे घास फूस और झाड़ियों से भर देती है। ठीक उसी प्रकार से यदि दिमाग में अच्छे एवं सकारात्मक विचार न भरे जाएं तो बुरे एवं नकारात्मक विचार उसमें अपनी जगह बना लेते हैं।

प्रकृत्ति का दूसरा नियम :

वो ये कि जिसके पास जो होता है, वो वही दूसरों को बाँटता है। जिसके पास सुख होता है, वो सुख बाँटता है। जिनके पास दुख होता है, वो दुख बाँटता है।

जिसके पास ज्ञान होता है, वो ज्ञान बाँटता है।जिसके पास हास्य होता है, वो हास्य बाँटता है। जिसके पास क्रोध होता है, वो क्रोध बाँटता है। जिसके पास नफरत होती है वो नफरत बाँटता है और जिसके पास भ्रम होता है वो भ्रम फैलाता है।

 प्रकृत्ति का तीसरा नियम :

वो ये कि भोजन न पचने पर रोग बढ़ जाता है। ज्ञान न पचने पर प्रदर्शन बढ़ जाता है। पैसा न पचने पर अनाचार बढ़ जाता है। प्रशंसा न पचने पर अहंकार बढ़ जाता है। सुख न पचने पर पाप बढ़ जाता है। और सम्मान न पचने पर तामस बढ़ जाता है।

प्रकृत्ति अपने आप में एक विश्वविद्यालय ही है। हमें प्रकृत्ति की विभिन्न सीखों को जीवन में उतार कर अपने जीवन को खुशहाल, आनंदमय और श्रेष्ठ बनाने हेतु सतत प्रतिबद्ध होना चाहिए।

पप्पू नौकरी के लिए साक्षात्कार देने गया...
.
साक्षात्कार लेने वाला – आप कितना बड़ा खतरा उठा सकते हैं…!
.
पप्पू – सर, भगवान से अगले जन्म में भी यही पत्नी मांगी है, जो अभी है।
.

फिर क्या, जवाब के बाद पप्पू को तुरंत नौकरी मिल गई…!

कॉमेडी फिल्म या टीवी सीरियल देखें: 

अगर आपको डरावनी फ़िल्में या सिरियस फिल्मे पसंद हैं तो कुछ समय के लिए उसे बंद कर कॉमेडी फिल्म को देखना चाहिए | ऐसी चीज़ें ढूंढे जो आपको हंसाती हैं |

अगर आजकल की डबल मीनिंग कॉमेडी से आपको चिढ़ है तो जाने-माने कॉमेडी सीरियल जैसे कपिल शर्मा शो, तारेक मेहता का उल्टा चश्मा, साराभाई Vs साराभाई, देख भाई देख की और अपना रुख करें और खुल कर हँसे |

हंसने के लिए कॉमेडी फिल्मों की कोई कमी नहीं हैं  | इसलिए अपनी  हंसी को महंगा न होने दें, और इसे खुल कर खर्च करें |

अपने बढ़े उम्र को आड़े ना आने दें –

टॉम एंड जेरी तो बचपन में आपका ऑल टाइम फेवेरेट था | हाथ में कुछ बढ़िया खाने पीने का लेकर अपने बचपन को ज़रा फिर से जीएं | 

खुशमिज़ाज़ लोगों के साथ रहें

कोशिश करें कि खुशमिज़ाज़ लोगों के आस-पास रहें | एक बार सोचें कि आपने अपने स्कूल के दोस्तों या दफ्तर में काम करने वाले दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए प्रोग्राम बनाया और वहाँ पर आपके दोस्त अपने काम के प्रेशर (pressure), टेंशन (tension) और शिकायतों का पिटारा खोल कर बैठ गए तो आप और भी बुरा महसूस करते हैं | और हंसना तो जैसे उड़न-छू हो जाता है |

अगर आप नकारात्मक सोच रखने वालों के साथ समय बिताते हैं तो आप हंसी से और दूर होते जाते हैं इसलिए खुशमिज़ाज लोगों से घुल-मिल कर रहें जो आपको हंसाते हैं और आप उनकी कंपनी (company) में खुश रहते हैं |

हंसने की एक्टिंग करें

जैसे आप किसी मंत्र का जाप करते हैं ठीक उसी तरह हंसी को लाने की शुरुवात करें हा-हा-हा (3 बार) के मंत्र से | बार-बार इसी प्रक्रिया का दोहराएं | ताकि वो बनावटी हंसी एक वास्तविक हंसी में बदल जाएं |

अपने आपके साथ बीती किसी ऐसी बात को याद करें जिसे सोचकर आपको आज भी हंसी आ जाती है | और उसी बात को अपने लाफिंग सैशन (laughing session) में याद करें और हंसी को अपनी ज़िन्दगी में आने को मजबूर कर दें |

नए दोस्त बनाएँ

अब ऐसा भी नहीं हैं कि आपको अपने नाखुश दोस्तों को छोड़ देना हैं | पर नए दोस्तों को बनाने की कोशिश करें जिनके साथ आप खुल के हँसते हैं और जिन्हे हंसना अच्छा लगता हैं | जब आप ऐसे लोगों के करीब होते हैं तो सच माने आप हंसी के करीब होते है |

आप अपने दोस्तों को जोक्स (jokes) या मज़ाकिया वीडियो भी भेज सकते हैं | ये उन्हें हंसने की प्रेरणा देते हैं और वो लोग भी आपको वापिस और मज़ेदार चीज़े भेजते हैं |

अपने आप पर हँसे 

अपने ऊपर हंसने की कला ही एक खुशमिज़ाज़ इंसान और एक मायूस इंसान में फर्क बताती है | अगर आप अपनी कमियों, अपनी गलतियों और अपने कुछ अटपटे पलों को हंसी में उड़ाना जानते हो तो आप पर कभी भी किसी भी परेशानी का कोई असर नहीं होगा |

जब आप खुद पर हंसना जानते हो तो आप कभी पीछे नहीं रह सकते | हर इंसान की ज़िन्दगी में हादसें, घटनाएं और दुख होते है लेकिन अपने आपको कमजोर ना पड़ने दें | जब आप अपने ऊपर हॅसने की कला जानते हैं तो आप अपने आप को ही नहीं बल्कि अपने आस-पास के लोगों को भी ये बताते हो कि ये कठिन वक़्त गुज़र जायेगा |

पहले की ब्लॉग  हेतु  नीचे link पर click करे..

https:||wp.me|pbyD2R-1uE

BE HAPPY….BE ACTIVE….BE FOCUSED….BE ALIVE…

If you enjoyed this post, please like, follow, share, and comments

Please follow the blog on social media … visit my website to click below.

www.retiredkalam.com



Categories: infotainment

Tags: , , , ,

4 replies

  1. खुद पर हंसना सबसे अच्छा है।

    Liked by 1 person

Leave a reply to KK Cancel reply