
आज मैं अपने ब्लॉग की शुरुवात एक कहानी से करता हूँ, तो आइये एक कहानी सुनते है |..
एक राजा था | वह बड़ा ही दानी था और वह हमेशा लोगों को कुछ ना कुछ देना चाहता था | इसी क्रम में उसके दिमाग में एक बात सूझी.. और उसने उसी शाम को मुनादी ठुक्वाई कि कल सुबह जो इंसान इस राज्य के पालन नदी को पार कर लेगा उसे मैं अपना आधा राज्य का स्वामी बना दूंगा | इसलिए आप सब लोग कल सुबह पांच बजे पालन नदी के किनारे आ जाएँ..
सब लोगों में यह बात सुनते ही खलबली मच गयी, क्योंकि नदी ज्यादा बड़ी नहीं थी और कोई भी इसे आसानी से पार कर सकता था | यह तो बड़े आश्चर्य जनक बात थी की सिर्फ नदी पार करने से आधा राज्य का मालिक ?
अतः सुबह पांच बजे पूरा गाँव या कहे कि हर घर से लोग वहाँ जमा हो गए | हर वो व्यक्ति जिसे तैरना आता था वो नदी के किनारे खड़ा हो गया ताकि आदेश मिलते ही नदी को पार की जा सके और आधा राज्य का मालिक बन जायेगा |

लेकिन तभी सब लोगों को उसमे तैरता हुआ बहुत सारे मगरमच्छ दिखाई दिया | सब लोग डर कर पीछे हट गए और सोचने लगे कि अगर वह पानी में मगरमच्छ का शिकार बन गया तो जान ही चली जाएगी | कहीं ऐसा ना हो कि आधा राज्य के चक्कर में जान से ही हाथ धोना पड़ जाये |
सब लोग बस किनारे खड़े रह कर अफ़सोस कर रहे थे कि एक मौका भी मिला तो मेरी किस्मत ने साथ नहीं दिया | मैं इसके लिए तो जान तो नहीं दे सकता हूँ |
तभी जोर से छपाक की आवाज आई और सबों ने देखा कि एक व्यक्ति नदी में कूद गया | वो आदमी अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर हाथ पैर मारने लगा और जो मगरमच्छ सामने आता उसे हाथ से जोर का धक्का देकर परे ठेल देता | अपनी जान बचाते किसी तरह वो नदी पार कर गया | सब लोग तालियों से उसका स्वागत करने लगे |

राजा और मंत्री भी वहाँ उपस्थित थे | राजा ने भी उसे बधाई दी | चूँकि वो पालन नदी पार किया था तो बधाई तो लेना ही था | सभी लोग उसकी जय जयकार करने लगे | राजा ने तब अपने मंत्री को बताया कि हमें जिसकी तलाश थी वो मिल गया है | मुझे अपनी बेटी के लिए इसी तरह का निडर और सूझ बुझ वाला वर चाहिए था |
उसे राज दरबार में बुलाया गया और आधा राज देने की पेश काश की गई | लेकिन उसने मना कर दिया | इस पर राजा ने उसे आश्चर्य से देखा और पूछा .. तुम पागल तो नहीं हो गए हो ? तुम तो इस ईनाम के हकदार हो | लेकिन फिर भी उसका फैसला नहीं बदला |
तब राजा ने कहा कि ठीक है .. तुम मेरी बेटी से शादी कर लो और पूरा ही राज का मालिक बन जाओ | इस पर भी उस लड़के ने मना कर दिया |

तो अंत में राजा ने पूछा कि आखिर तुम चाहते क्या हो ?..
तो उसने पूछा कि उस व्यक्ति का नाम चाहिए जिसने मुझे धक्का दिया था |
यह सही है दोस्तों, कुछ बड़ा हासिल करने के लिए एक धक्के की ज़रुरत होती है | जिससे हम अपने comfort zone से बाहर निकल सकते है | और यही इंसान की सफलता का राज है |
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Nice story 😀👏👏👏
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Thank you so much.
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