
हर इंसान जिंदगी में एक सपना देखता है | ज़िन्दगी में रंग भरने के लिए सपना का होना बहुत जरूरी हैं | हमारा भी एक सपना है जो हमेशा मेरे दिल के करीब रहता है ।
सपने पुरे हो जाए यह ज़रूरी नहीं है , क्योंकि हकीकत अक्सर निर्मम हुआ करती है | यह हर सपने, हर ख्वाब को कड़ी कसौटी पर परखती है और जो सपना उस पर खरा नहीं उतरता उसे टूट कर बिखरने में ज्यादा वक्त नहीं लगता है – हम कामना करें कि हमारे सपने साकार हो ।

हर सपना साकार हो
चलो एक बार फिर.
सहमे क़दमों से, और
बेबस ज़िन्दगी से दूर,
कसमसाती ख्वाहिशे, और
धुंधलाती सपनो से दूर
मुठ्ठी में कुछ सपने हो,
फौलादी इरादे अपने हो
जेबों में अरमान हो, और
खुशियों के सामान हो |
मानवता के फुल खिले, और
जीने की आज़ादी हो
हो सुन्दर रचना इस धरती पर
कहीं न कोई बर्बादी हो |
जाना तो है सबको एक दिन
इसका मुझको भी एहसास है
हर लम्हा हो जीने के काबिल
ज़िन्दगी का मकसद प्यार हो |
आओ प्यारे, हम सा मिल कर
इस धरती को स्वर्ग बनाये
खुशियाँ बांटे, गम भी बांटे
यहाँ भाई – भाई में प्यार हो
जो सपना देखा है हमने
वह धरती पर साकार हो |
विजय वर्मा
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Categories: kavita
Lovely poem sir
Jai shree ram
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Thank you so much, dear.
जय श्री राम |
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Bahut sundar kavita.
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Thank you so much, Dear.
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