
दोस्तों , बचपन जीवन का एक ऐसा हिस्सा होता है जिसे जब भी याद करते है, हमारे चेहरे पर एक हल्की मुस्कान बिखर जाती है |
ये बचपन की यादें अक्सर तभी आती है जब हम फुर्सत के लम्हों में होते है | आइये , बचपन को फिर से जीने का एक प्रयास करते है ….

दिल तो मेरा बच्चा है .
वो चीज़ जिसे # दिल # कहते है,
हम भूल गए हैं …रख के कहीं
अगर वो आस-पास भी नज़र आए
तो गलती से दिल से ना लगा लेना…
……दिल मेरा बड़ा चंचल है जी |
दिल ही तो है… कभी शरारत भी करे
तो गलती से… उसे सजा मत दे देना
…..दिल तो मेरा बच्चा है जी |
जो कभी साथ झूमने गाने को कहे
तो बखूबी उसका साथ तुम दे देना
…..दिल मेरा * दुख * से घबराता है जी |
वो कभी कड़वी पर सच्ची बात कह दे,
तो दिल पे मत लेना यार,..विचार करना,
दिल तो आखिर बच्चा है,
पर बिल्कुल वो तो सच्चा है…..
………(.विजय वर्मा)
BE HAPPY….BE ACTIVE….BE FOCUSED….BE ALIVE…
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Categories: kavita
बचपन की वो मीठी यादें वो लम्हे याद दिलाता है कि इस जीवन में कुछ तो अच्छा हुआ था 🎂
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बिलकुल सही कहा आपने | बचपन की यादें , उस सुनहरी पलों मे ले जाता है |
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🩵
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Thank you so much.
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Sundar kavita
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Thank you so much, dear.
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👌👌
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Thank you so much.
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Dil to Mera baccha hai bahut sunder.Bachpan me na tension.Sabse achha jindagi.
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बिलकुल सही कहा आपने |
बचपन के पल सुकून भरा होता था |
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