
इस कविता में लेखक ने अपने जीवन के सबसे मूल और महत्वपूर्ण एहसास, प्रेम, के बारे में बताया है। उनका कहना है कि धन, दौलत, और खजाना तो चले जाते हैं, लेकिन प्रेम हमारे जीवन का सच्चा धन है और हमारे दिल का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है।
प्रेम के बिना, जीवन अधूरा होता है, और इसके लिए प्रभु के प्रति आभार प्रकट करता है, जिनकी कृपा और प्यार से ही वह इज्जत और मान प्राप्त करते हैं।

जीवन का अनमोल एहसास
ज़िंदगी तो मेरे लिए बस एक एहसास है
इसके सिवा अब कुछ भी नहीं मेरे पास है
ना धन, ना दौलत और न खज़ाना है,
बस मेरा प्यार ही मेरा फ़साना है |
मेरे प्रभु का मुझ पर यह एहसान है
उनकी कृपा से ही इज्जत और मान है
चाहे दुनिया लाख बुरा करता है
ऊपर वाला प्यार से झोली भरता है |
मेरे हौसलों की ताकत है उनसे ही
वो ही आगे बढ्ने को प्रेरित करता है
जब भी कभी हम अकेले होते है
वक़्त के आगोश में सोये होते है |
तब वो मेरे सर पर हाथ रखता है
मेरा सारा रास्ता प्रकाशित होता है
अंधेरों से वह मुझे उबार लेता है
हर मुसीबत से मुझे पार करता है |
( विजय वर्मा )
BE HAPPY….BE ACTIVE….BE FOCUSED….BE ALIVE…
If you enjoyed this post, please like, follow, share, and comments
Don’t forget to visit my website for more content.
Categories: kavita
🩷
LikeLiked by 2 people
Thank you so much.
LikeLike
अतिसुंदर
LikeLiked by 1 person
बहुत बहुत धन्यवाद , डियर |
LikeLiked by 1 person
🙏🙏🙏🙏🙏
LikeLiked by 1 person
Stay tuned.💕
LikeLiked by 1 person