# ए ज़िंदगी, तू मेरी कहानी लिखना #

यह कविता जीवन के संघर्षों, दर्द और उतार-चढ़ाव की गहरी अभिव्यक्ति है। यह उन क्षणों को संजोती है जब अपनों ने साथ छोड़ा, आँसू गुमनाम रह गए, और तनहाइयों ने घेरा।

लेकिन इसके बावजूद, हार नहीं मानना , बल्कि हर मुश्किल से सीखते हुए खुद को सँवारना । यह कविता न केवल दुःख की कहानी कहती है, बल्कि उम्मीद, हौसले और जीवन में नए सिरे से आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती है।

ए ज़िंदगी, तू मेरी कहानी लिखना,

ए ज़िंदगी, तू मेरी कहानी लिखना,
जो दर्द ने दिया, वो निशानी लिखना।
काँटों से कैसे भर गया मेरा दामन,
कैसे मेरी आँखों से बहा पानी, लिखना।

लिखना उन लम्हों को, जो रोशन थे कल,
कैसे वे बुझते गए, धीरे-धीरे जल कर।
कैसे अपनों ने बदल ली राह अचानक,
कैसे छूट गए हाथ, आँधी में बहकर।

लिखना कि जो आँसू चुपके से गिरे,
वो शब्द बनकर कुछ कह न सके।
हर दर्द को कैसे हँसकर जिया,
ज़िंदगी का बिखरा ताना, उसे बुन न सके।

लिखना अपनी वो शामें, जो तन्हा कटीं,
कैसे अपना ही साया मुझ से दूर हटी ।
कैसे उम्मीदों ने भी अपना पाला बदला,
कैसे टूटे दिल ने मौत को भी पटकनी दी।

रिटायरमेंट के बाद के किस्से भी लिखा ,
नए रास्तों पर मैंने चलना भी सीखा।
अपनी तनहाइयों को भी उड़ान दी मैंने,
बहते अश्कों संग खुद बहना सीखा।

कैसे हर पतझड़ के बाद खुद मैंने ,
बहारों को दस्तक देना भी सीखा ।
जख्म रिसते रहे नासूर की  तरह,
पर मेरे होठो पे मुस्कुराहट ही दिखा ।

ए ज़िंदगी, तू मेरी कहानी लिखना,
दर्द के पहचान की कोई निशानी लिखना।
जो बीत गया है, उसे बीत जाने देना,
बस मेरे हौसलों की रवानी लिखना।
(विजय वर्मा)



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8 replies

  1. ज़िंदगी, तू मेरी कहानी लिखना,

    ए ज़िंदगी, तू मेरी कहानी लिखना,
    जो दर्द ने दिया, वो निशानी लिखना।
    काँटों से कैसे भर गया मेरा दामन,
    कैसे मेरी आँखों से बहा पानी, लिखना।( so true🙏)

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  2. Zindagi khud ek kahani hai jo ham sab ko nibhani hai chaiye mile dhoop ☀️ ya chaya yeah zindagi to chalti har dam yahi is zindagi ki kahani hai 🎸

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  3. very nice

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  4. Jindegi baare me Kavita bahut sunder.

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