सिक्षा और संस्कार ज़िन्दगी जीने के मूल मंत्र हैं ,
शिक्षा कभी झुकने नहीं देगी ,और संस्कार कभी गिरने नहीं देंगे |
आज हमारे एक मित्र ने फ़ोन करके बताया कि कोरोना में लॉक डाउन के कारण मैं डिप्रेस्ड (Depression ) महसूस कर रहा हूँ , कोई उपाय बताओ ताकि तुम्हारी तरह मैं भी मस्त हो जाऊँ |
मुझे उसकी बात सुनकर हँसी आ गई | मैं बस इतना ही कहा .– .जान है तो जहाँ है | अपने मन को थोडा समझाओ | …
तभी अचानक एक मशहूर कहानी याद आ गई ..मैंने उससे बोला. — कल का मेरा blog पढ़ लेना , तुम्हारे सभी सवालों के जवाब मिल जायेगा | वो कहानी कुछ इस तरह है आप भी सुनें .शायद इस लॉक डाउन में थोड़ी राहत मिल सके |
महान लेखक टालस्टाय की एक कहानी है *- “शर्त “*
इस कहानी में दो मित्रो में आपस मे शर्त लगती है कि, यदि उसने 1 माह एकांत में बिना किसी से मिले, बातचीत किये एक कमरे में बिता देता है, तो…
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