# तुम्हारी वो यादें #

दोस्तो, यादें हमारी जिंदगी के उन  पुराने लम्हों की वजह से बनते है जिसको हम कभी भूल नही पाते  है | वे यादों के पल कुछ भी हो सकते है … जैसे स्कूल की यादें या  पुराने दोस्तों की यादें |

और भी बहुत सारे यादगार पल होते है हमारी ज़िन्दगी में,  जिसको भूलना  हमारे लिए मुमकिन नहीं होता है |

ऐसे ही कुछ यादगार पलों की अनुभूति एक कविता के माध्यम से प्रकट हो गयी |..

तुम्हारी वो यादें  

दिल को जब भी उदास पाता हूँ

आँखे बंद कर मैं  बैठ जाता हूँ ..

उन सारे बिताये  लम्हों के साथ…

जो रचे – बसे है तेरी यादों में  | ..

बूंद – बूंद टपकती वो मधुर लम्हे

मैं सपनो की दुनिया में खो जाता हूँ  |

तू आस – पास नहीं है तो क्या हुआ

याद कर तुम्हे हर पल अपने करीब पाता हूँ  |

तुम्हारी स्वछन्द मुस्कान और प्रश्न भरी  निगाहें

तुमसे नज़रें मिला कर तरो ताज़ा हो जाता हूँ  |

सच, दिल को जब भी उदास पाता  हूँ..

तेरे मीठी यादों की छाँव मे बैठ जाता हूँ  ||

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Categories: kavita

6 replies

  1. Tumhari oh yadden kavita acchi hai. Magar kisiki yaddonme. Suspense. Above all.Nice.

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  2. Nice composition. Kaun hai tumhari jiski yaad me aap kho jate hain? You will not like to disclose..

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  3. Beautiful composition and heart touching sir

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