ज़िन्दगी खेलती भी उसी के साथ है, जो खिलाड़ी बेहतरीन होता है ,
दर्द सबके एक से है, मगर हौसले सबके अलग अलग है….
कोई हताश हो कर बिखर जाता है , तो कोई संघर्ष करके निखर जाता.है..

हल्की सी आहट भी होती है
तो जाग जाता हूँ मैं
शायद अभी भी कायम है,
दिल में उम्मीद
तेरे लौट आने की
आज अनामिका बहुत खुश थी , आज वर्षो बाद राजीव से उसका सामना हुआ था | और उनके बीच की ग़लतफ़हमी भी दूर हो गई |
इतने दिनों से नफरत की आग में जल रही अनामिका को अपनी गलती का एहसास हो चूका था | और राजीव के प्रति उनके मन में जो कटुता थी वह भी समाप्त हो चुकी थी |
राजीव ने अनामिका की पढाई में उसकी उपलब्धि के लिए बधाई दी थी और साथ में एक सुन्दर सा ड्रेस भी गिफ्ट किया था |
आज शादी के अवसर पर उसी ड्रेस को पहन कर अनामिका अजीब सी ख़ुशी का अनुभव कर रही थी | राजीव भी अपने मन की बातों को बता कर अनामिका की नज़रों में एक महान इंसान बन चूका था…
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