सुबह का प्रणाम सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि अपनेपन का एहसास है ,,
ताकि रिश्ते भी जिंदा रहें और यादें भी बनी रहें….
Be happy….Be healthy….Be alive…

ढूँढ तो लेते कभी का तुम्हे
शहर में भीड़ इतनी भी न थी
पर रोक दी तलाश हमने जब जाना
खोये नहीं बल्कि बदल गए थे तुम ||
अदालत की जंग
रात के आठ बज रहे थे और चौपाल में राजेश्वर पहुँचा तो देखा गाँव के सरपंच साहब और कुछ लोग हुक्का पी रहे है और फसल की पटवन के बारे में चर्चा कर रहे है | इस बार बारिस कम होने के कारण फसल पानी के बिना बर्बाद हो रहे है |
आओ राजेश्वर, बहुत दिनों के बाद दिखाई पड़ रहे हो…सरपंच साहब हँसते हुए बोले |
तभी गाँव का खलीफा नरपत सिंह बोल पड़े… आज कल राजेश्वर परेशान है | सुना है राजेश्वर और उसके छोटे भाई के बीच ज़मीन को लेकर विवाद चल रहा है |
सभी लोग राजेश्वर की ओर देखने लगे |
राजेश्वर भी उन्ही के बीच बिछी चटाई पर बैठते हुए बोला ..हाँ…
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बहुत बहुत धन्यवाद ..
आप पूरी कहानी पढ़े, मुझे ख़ुशी होगी..
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