
एक आर्मी का नौजवान जिसे ट्रान्सफर होकर एक नई लोकेशन पर पोस्टिंग मिली | वहाँ उसका कोई दोस्त नहीं था क्योंकि नई जगह थी |
छोटी जगह होने के कारण वहाँ मनोरंजन के कोई साधन भी नहीं थे |
एक दिन उसने अपना मन लगाने के लिए वहाँ के एक लाइब्रेरी में चला गया ताकि किताब पढ़ कर समय का सदुपयोग कर सके | अचानक उसके हाथ एक पुस्तक आयी, जिसे पढने में उसे बहुत आनंद आने लगा |
उस पुस्तक में जगह जगह कुछ मार्किंग (marking ) की हुई थी और हाथो द्वारा कुछ नोट्स भी लिखे हुए थे , जो उसे पढ़ कर बहुत अच्छे लग रहे थे |
सच उसे वो किताब इतनी अच्छी लगी कि बैठा – बैठा वहाँ पूरी किताब पढ़ गया | और देखा कि किताब के अंतिम पेज पर लिखा था — ..donated by Miss Maya to the library ,
और उसके नीचे उसका address भी लिखा था | उसे किताब और उसमे लिखे notes /quotes इतने पसंद आए कि वो तारीफ में Miss Maya को उसके पते पर ख़त लिख डाला |
लड़की ने भी जबाब में धन्यवाद दिया कि उन्हें उनकी लिखी notes और किताब पसंद आयी |
उस नौजवान ने फिर लिखा कि आप के ख़यालात बहुत अच्छे लगते है | शायद आप उतनी ही ख़ूबसूरत भी होगी | हो सके तो आप अपनी एक तस्वीर भेज दें |
लड़की ने फोटो भेजने से मना कर दिया, . लेकिन पत्रों का आदान प्रदान चलता रहा |

फिर एक दिन लड़के ने लिखा कि मैं आप से मिलना चाहता हूँ | मैं आपको प्रोपोस ( propose) करना चाहता हूँ | , कैसे मिल सकता हूँ आप बताएं ?
तो लड़की मिलने को राजी हो गई और पत्र द्वारा सूचित किया कि ठीक है, मैं तुमसे अवश्य मिलूंगी |
तुम रविवार को Delhi airport के gate number 3 पर आ जाना, मैं तुम्हे वहीँ मिलूंगी |
परन्तु मैं तुम्हे पहचानूँगा कैसे ?— उस नौजवान ने उसने पूछा |,
वो जबाब में लिखी — हरे रंग कि ड्रेस पहने लम्बी घनी बालों वाली ख़ूबसूरत सी लड़की, मैं वहाँ मिलूंगी , जिसे देखते तुम मुझे पह्चान लोगे |
केवल आप अपने हाथ में एक गुलाब का फुल लेकर आना , जिसे देखकर मैं तुम्हे पह्चान लुंगी |
वो नौजवान लड़का सुंदर ड्रेस में सज कर और smart बनकर, मन में ख़ुशी का एहसास लिए airport पर रविवार को तय समय पर पहुँच गया |
और airport के gate number तीन पर हरे dress वाली को उसकी नज़रे खोजने लगी | तभी green Dress पहने कोई उसे दूर से दिखी | ,
वह तेज़ कदमो से उसके पीछे आ कर खड़ा हो गया और ,जैसे ही वो मोहतरमा ने पीछे मुड़ कर देखा तो नौजवान के पैरों तले ज़मीन खिसक गयी | वो औरत कोई ४० साल की होगी |
उसके बाल तो घने थे पर बिलकुल सफ़ेद थी | उस भद्दी सी दिखने वाली अधेड़ सी औरत को देख कर उसके मन में आया कि वो वहाँ से भाग जाए |
पर वो ऐसा नहीं कर सका , बस बुत बनकर कुछ पल यूँ खड़ा रहा | उसके मन में एक द्वन्द चल रही थी | तभी उसके दिल से एक आवाज़ आयी ,– मैंने तो इस लड़की को बिना देखे ही जुवान दे चूका हूँ ,फिर मैं कैसे मुकर सकता हूँ ?

मैं एक फौजी भी हूँ , जिसने एक बार ठान ली तो पीछे नहीं हट सकता |
ऐसा सोच कर उसने अपने मन को मजबूत किया और पलक झपकते ही घुटनों के बल झुका और उस औरत की ओर मुखातिब होकर कहा –..ये गुलाब मैं आप के लिए लाया हूँ , इसे स्वीकार करें | वो औरत कुछ देर उस नौजवान को देखती रही और फिर मुस्कुराते हुए बोली — .बेटा, वो मैं नहीं हूँ, तुझे जिसकी तलाश है |
वो Gate number ४ के पास ऐसे ही ड्रेस ( dress) में तुम्हारा इंतज़ार कर रही है | उस लड़की ने मुझसे कहा था कि अगर कोई नौजवान मुझ तक पहुँच जाए और मुझे लाल गुलाब दे तो उसे मेरे पास भेज देना |
और कहना — मैं ऐसे नौजवान का उम्र भर इंतज़ार करना पसंद करुँगी ,क्योकि वो हमारा सच्चा जीवन साथ होगा | वो हमारी सूरत से नहीं मुझे दिल से प्यार करेगा , तुम दोनों की जोड़ी सलामत रहे |
यह सही है दोस्तों कि हम सभी तो सफलता पाना चाहते है , पर उस रास्ते से गुजरना नहीं चाहते जिस रास्ते यह संभव (possible) होता है | ,
अगर वो नौजवान उस अधेड़ औरत को देख कर भाग जाता तो वो ख़ूबसूरत जीवन साथी उसे नहीं मिल पाती | वैसे ही हमलोगों के साथ भी हो रहा है |
कठिन परिस्थितियों को देख कर, उसका सामना करने के बजाए, बीच रास्ते से ही वापस लौट जाते है और सफलता से वंचित रह जाते है |- -क्या आप सहमत है ?

BE HAPPY… BE ACTIVE … BE FOCUSED ….. BE ALIVE,,
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Categories: story
Very nice story sphalta ka mule mantra
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thank you..we should be focused to achieve our goals..
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Kahani hazam nahin hui
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koi Baat nahi…dusri sun lo….kya sunaun ? hahahaha…
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Kahani aboriginal lagti hai
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thanj you dear,, my next story will certainly impress you…
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Reblogged this on Retiredकलम and commented:
ये जो जिंदा दिली की रसूख हमने पाई है ,
इतनी आली शख्सियत यूँ ही नहीं आई है,
कई मर्तबा टूटे है ,कई मर्तबा लुटे है हम
कई दफा हमने हम होने की कीमत चुकाई है ..
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