# मासूम – दिल #

लोग कहते है कि मन में कभी  बुरे विचार चल रहे हों तो उससे लड़ने के लिए हमे सकारात्मक पुष्टि (Positive affirmation) करने का अभ्यास करना चाहिए | लेकिन कसी कभी कुछ ऐसे भी ख्याल आ जाते है की मन खुशी से तरोताजा महसूस करने लगता है | हालांकि ख्याल तो ख्याल है, हकीकत नहीं, ऐसे में क्या किया जाये |

मासूम दिल

सुबह की बेला है

मासूम दिल अकेला है

सन्नाटों को चीरती तेज़ हवाएं

बारिश की रिमझिम हमें भिगाएँ

गरजती घटाएं, लरजती फिजायें

मिट्टी की सौंधी खुशबू हमें महकाएं..

ऐसे में दिल के दरवाजे पर दस्तक तेरी

और हौले से मुस्कराना ..उफ, हमें भरमाये |

(विजय वर्मा )

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Categories: kavita

3 replies

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    Good evening

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