किसी ने पूछा –सुख क्या है ?
तो जबाब मिला — आज के समय में सुख का मतलब सिर्फ इतना है कि
आप डॉक्टर और वकील को न ढूंढें , और पुलिस आप को न ढूंढें |

कभी कभी हम इंसान कुछ ऐसी घटनाएँ और कुछ विकट परिस्थिति से गुज़रते है कि उसे सोच कर मन हमेशा ही सहमा सहमा सा और परेशान रहता है ।
लेकिन अगर यही चिंता लम्बे वक़्त तक बना रहे, तो जीवन नीरस लगने लगता है | ऐसे में क्या किया जाए कुछ समझ में नहीं आता है |
ऐसी हालत में इंसान अपने दिल के गुबार को अपनी कलम के सहारे निकालने का प्रयास करता है ….

दिल की कलम से
आज अजीब सी बेचैनी है तेरी यादों की
आँखे तो बंद है पर नींद नहीं क्यों है?
शायद वो जख्म फिर उभर आया है
दिल तो संभाला है, पर आँखें नम क्यों है ?
यह सच है कि तुम आस पास नहीं हो
फिर भी तुम्हारे होने का भरम क्यों है ?
तोडा था तेरा दिल, कोई मजबूरी थी
दिया हुआ वचन पूरा करना जरूरी थी
पर यकीं मानो मेरा…
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