Being honest may not get you a lot of friends
but it will always get you the right ones…

आधी रात को अचानक मेरी आँखे खुल गई लेकिन अभी भी नशा पूरी तरह उतर नहीं सका था / घड़ी देखा तो रात के दो बजे थे और मैं बिस्तर में उठ बैठा /
मेरी नींद गायब हो चुकी थी / मेरी नज़र सामने पड़ी खाली कुर्सी पर गई और पिछली घटना याद आ गई, /
उस दिन पिंकी इसी कुर्सी पर बैठ कर मेरे लिए रात बिता दी थी, क्योकि उस दिन भी इसी तरह पीने के बाद मुझे होश नहीं था / और फिर रात में जब उठा था तो मैं उसे कितना भला बुरा कहा था / फिर भी मेरी बातों का बुरा ना मानते हुए, मुझसे पूछी थी…अब तबियत कैसी है ?
आज मुझे एहसास हो रहा था की ऐसी स्थिति में किसी के सहारे की कितनी ज़रुरत होती है / उस रात सांसारिक लोक – लाज, डर- भय को परे रख कर उसने सिर्फ…
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Exactly.
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Thank you dear ..
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🙏🙏
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Stay happy always..
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First two lines are perfect, precious, pragmatic, proven with time
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Yes dear,
That is universal true.
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