# मैं सपने बेचता हूँ #

सपने वो नहीं होते  हैं  जो नींद में देखे जाते हैं, , सपने वो होते  हैं  जो  आपको सोने  नहीं  देते हैं. यह प्रसिद्ध कथन भारत में ‘मिसाइल मैन’ डॉक्टर अब्दुल कलाम का है |.

सपने सच भी होते है, लेकिन यह केवल तभी हो सकता है जब आप अपने पूरे दिल से उसे संजोये रखते है .. इसी सन्दर्भ में यहाँ अपने भावों को कविता के रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास कर रह हूँ …. .

मैं सपने बेचता हूँ

हाँ साहब.. मैं सपने बेचता हूँ |

हर किस्म के सपने है हमारे पास

आप को  चाहिए क्या ख़ास ?

यह बूढ़े को जवान करता है

मुसीबतों का काम तमाम  करता है

यह आप की उम्र को बढ़ाएगा

बुढ़ापे से बचपन में ले जायेगा

नरक की  दुनिया में  जन्नत भी दिखायेगा

गर्मी में ठंडी का एहसास कराएगा |

मैंने आप  के लिए ही एक सतरंगी सपने रखें हैं , 

इसमें खुशियां है, प्यार है और उम्मीदें है

सपने  ना हो अगर, तो ज़िन्दगी अधूरी है

सपने खरीदना तो  .,इसलिए ज़रूरी है  

आप के  भले के लिए ही ..सोचता हूँ

इसलिए तो … मैं सपने बेचता हूँ ….

.हाँ, ….मैं सपने बेचता हूँ |

कविता संग्रह हेतु नीचे दिए link को click करें ,

https://online.anyflip.com/qqiml/efco/mobile/index.html

BE HAPPY….BE ACTIVE….BE FOCUSED….BE ALIVE…

If you enjoyed this post, please like, follow, share and comments

Please follow the blog on social media …link are on contact us page..

www.retiredkalam.com



Categories: kavita

16 replies

  1. बहुत ही सुंदर 👌🏼👌🏼👌🏼👌🏼👌🏼👏👏👏👏😊🙏🏼

    Liked by 1 person

  2. A good poem👌👌

    Liked by 1 person

  3. Poem is nice.

    Liked by 1 person

  4. Reblogged this on Retiredकलम and commented:

    Bridge and wall are made with the same material.
    But bridge joins the people and wall divide the people.
    Choose the right one…

    Like

Leave a reply to KK Cancel reply