# मैं और मेरा बिहार # 

हमारा बिहार देश का अनोखा राज्य है, जो  भारत की शान और अभिमान है |

बिहार का इतिहास गौरवशाली रहा है, इस धरती ने चंद्रगुप्त मौर्य जैसा शासक दिया तो चाणक्य जैसा अर्थशास्त्री । शून्य की खोज करने वाला आर्यभट्ट दिया तो सम्राट अशोक जैसा चक्रवर्ती सम्राट भी ।

मैं बिहारी हूँ और बिहार पर मुझे गर्व है और हो भी क्यों ना, बिहार को गौरवान्वित करने वाले बहुत सारे कारण है जिनके बारे में आज मैं चर्चा करना चाहता हूँ |

सीता की जन्म भूमि है बिहार, गाँधी की कर्म भूमि है बिहार | शाहाबाद , मिथिला , पाटलिपुत्र , अंगदेश सभी  बिहार की पहचान है  |

जैसा कि हम सभी  जानते हैं कि बिहार, भारत के एक कृषि प्रधान राज्य में से एक है। बिहार के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल में से लगभग 56 लाख हेक्‍टेयर भूमि पर खेती की जाती है।

यहां की प्रमुख फसलों में मक्‍का,  धान, गेहूं और दलहनी फसल हैं। कुछ मुख्‍य नकदी फसलों की भी खेती  यहाँ होती है जिसमें आलू, गन्‍ना, तिलहन, प्‍याज, मिर्च और पटसन आदि प्रमुख हैं।

बिहार में अनेकों नदियां बहती हैं, जिनमें गंगा, कोसी, सोन, गंडक, घाघरा, पुनपुन, फल्‍गु, कर्मनाशा आदि प्रमख हैं।

हमारे बिहार को हर साल कोसी नदी से अपार धन-जन की क्षति होती है।

इसीलिए कोसी नदी को बिहार का शोक नदी कहा जाता है।

छोटी बड़ी सभी नदियाँ आगे चलकर गंगा में मिल जाती है। सोन नदी पटना में, बूढ़ी गंडक खगड़िया में और कोसी कुरसेला के पास गंगा नदी में मिलती है।

बिहार की सरकारी राजकाज की भाषा हिन्दी है। लेकिन  बिहार में कई भाषाएं बोली जाती है,  इन भाषाओं में भोजपुरी, मगही, अंगिका और मैथिली प्रमुख हैं।

बिहार के प्रमुख त्योहार हैं — छठ पूजा, मकर संक्रांति, होली, दीपावली, दशहरा, ईद, बकरीद  आदि।  

वैसे तो यहॉं सभी धर्मों के लोग अपने-अपने त्योहार को बड़ी ही हर्षोउल्लास के साथ मनाते हैं।

बिहार में कुल 38 जिले हैं। सभी 38 जिले कुल 9 मंडलों में विभक्त है। बिहार के सभी जिले का नाम इस प्रकार हैं –

1.अररिया, 2.अरवल, 3.औरंगवाद, 4.बेगूसराय, 5.बांका, 6.बक्सर, 7.भागलपुर, 8.भोजपुर,

9.दरभंगा, 10.मोतीहारी, 11.गया, 12.गोपलगंज, 13.जहानाबाद, 14.जमुई, 15.खगड़िया,

16.किशनगंज, 17.पटना 18.मधुबनी, 19.मधेपुरा, 20. तैमुर, 21.मुंगेर, 22.मुजफ्फरपुर,

23.नालंदा, 24.नवादा, 25.लखीसराय,

26.पूर्णियाँ, 27.सहरसा, 28. रोहतास , 29.समस्तीपुर, 30.शिवहर, 31.शेखपुरा, 32.छपरा,

33.सीतामढ़ी, 34.सुपौल, 35.वैशाली, 36.बेतिया, 37.सिवान 38.कटिहार

आइये बिहार के बारे में कुछ और जाने …..

  • हमारे देश में शांति और अहिंसा  का उपदेश देने वाले भगवान् बुद्ध और भगवान् महावीर दोनों की जन्मस्थली और कर्मस्थली बिहार ही है |

विश्व में अहिंसा धर्म का पाठ पढ़ाने  वाले और जैन धर्म के २४वे तीर्थंकर महावीर का जन्म कुण्डलपुर में और उनके निर्वाण की प्राप्ति पावापुरी बिहारशरीफ में हुआ था  | यहाँ का जल मंदिर तो प्रसिद्ध  है ही,  यहाँ की  मिटटी को भी  श्रद्धालु लोग ले जा कर शुभ कार्यो में उपयोग करते है |

दूसरी ओर गया में  सिद्धार्थ ने  पीपल की ठंडी छांव में बैठ कर घोर तपस्या  किए | फिर उन्हें ज्ञान की प्राप्ति  हुई  और वे महात्मा बुद्ध कहलाये |

  • बिहार का सबसे बड़ा शहर पटना है और पटना  बिहार की राजधानी है, इसका पुराना नाम कुसुमपुर और पाटलिपुत्र भी  है  |
  • बौद्ध साहित्य और जैन साहित्य पाली  भाषा में ही लिखी गई है और  मगही भाषा पाली  भाषा का परिस्कृत रूप है | बिहार नाम की उत्पति  पाली  भाषा से हुआ है जिसका अर्थ होता है निवास |
  • भारत में पांच महान  सम्राट हुए जिसमे चार बिहार से थे ,जिनके  नाम है .., चन्द्रगुप्त मौर्या,  अशोक, समुद्रगुप्त और  विक्रामिदित्य |
  • नालंदा विश्वविदयालय दुनिया का सबसे प्राचीनतम विश्वविद्यालय है | यहाँ पर ईरान, कोरिया, जापान, चीन, श्रीलंका  जैसे दुनिया के कोने कोने से  लोग यहाँ शिक्षा ग्रहण करने आते थे |

यहाँ का पुस्तकालय भी दुनिया का सबसे बड़ा पुस्तकालय था , लेकिन वाख्तियार  खिलज़ी ने  इसे जला दिया था |

ऐसा सुना जाता है कि यहाँ इतने किताबों का भण्डार था कि आग लगने पर ये पुस्तकें तीन महीने तक लगातार जलते रहे थे |

  • सिख  धर्म के अंतिम गुरु श्री गोविन्द सिंह जी का जन्म बिहार के पटना सिटी में हुआ था , जहाँ आज भी बहुत भव्य गुरुद्वारा है | यहाँ दूर दूर से लोग माथा टेकने आते है |
  • रामायण की रचना करने वाले महर्षि बाल्मीकी भी बिहार से है, और उनका आश्रम बगहा के पास बाल्मीकि नगर में है जहाँ लव कुश का जन्म , शिक्षा दीक्षा और लालन पालन हुआ था |  

माता सीता का जन्म जनकपुर धाम में हुआ था जो बिहार के सीतामढ़ी के पास है |

  • महान  गणितज्ञ आर्यभट भी बिहार  से ही  है | इनका कार्यस्थल पटना के पास तरेगना नामक जगह पर था जो आज कल मसौढ़ी के नाम से जाना जाता है |
  • राष्ट्र कवि दिनकर जी भी बिहार से है | जिनकी रचनाये आज पुरे संसार में पढ़ी और सराही जाती है |
  • शिक्षा  के क्षेत्र में बिहार बहुत आगे रहा है तभी तो  यहाँ से इतने आईएएस और  आईपीएस ऑफिसर हुए है |

    यह लिखते हुए मुझे गर्व का अनुभव हो रहा है कि कल ही Civil Service Exam का परिणाम कल ही घोषित हुआ है , जिसमे कटिहार के श्री शुभम कुमार प्रथम स्थान प्राप्त किये है | उन्हें बहुत बहुत बधाई |
  • चाणक्य जो अर्थशास्त्र के जनक कहे जाते है, वे भी बिहार से ही थे |

प्राचीन काल में बिहार  को वाणिज्य और व्यापार का केंद्र माना जाता था |

  • शंकराचार्य को परस्त करने वाले , मंडन मिश्र भी बिहार के विभूति है जिनकी पत्नी भारती थी और भारती ने संक्रचार्य को  शास्त्रथ  में पराजित किया था ‘|
  • मैथिली भाषा के महान  कवि विद्यापति भी बिहार के दरभंगा ..से थे जिनके बारे में कहा जाता है कि उनकी कविताओं का आनंद लेने के लिए भगवान् शिव खुद उगना के रूप में नौकर बन कर उनके यहाँ रहते थे ..
  • गोनू झा जो अपने हाज़िर जबाब और तीक्ष्ण  बुद्धि के लिए मशहूर थे भी बिहार के थे |
  • विश्व का पहला लिछिवी  गणराज्य (वैशाली) जो बिहार में है | लिछमी गणराज्य चर्चा हो और अगर नगरबधू आम्रपाली  की चर्चा न की जाए तो बिहार के इतिहास को पूर्ण नहीं माना जा सकता है |

तो आइये आज हम सभी आम्रपाली से जुडी कहानी के बारे में चर्चा करते है …

आम्रपाली के माता-पिता का तो पता नहीं, लेकिन ऐसा सुना गया है कि जिन लोगों ने उसका पालन किया उन्हें वह एक आम के पेड़ के नीचे मिली थी, जिसकी वजह से उसका नाम आम्रपाली रखा गया |

वह दिखने में बहुत खूबसूरत थी | उसकी आंखें बड़ी-बड़ी और काया आकर्षक था  |  जो भी उसे देखता था वह अपनी नजरें उस पर से हटा नहीं पाता था |

लेकिन उसकी यही खूबसूरती , ….उसका यही आकर्षण उसके लिए श्राप बन गया |

एक आम लड़की की तरह आम्रपाली भी खुशी खुशी अपना जीवन  जीना चाहती थी लेकिन ऐसा हो नहीं सका |

वह तो अपने भीतर के दर्द को कभी बयां भी नहीं कर पाई और अंत में वही हुआ जो उसकी नियति में लिखा हुआ था |

आम्रपाली की पूरी कहानी का वर्णन हमने पिछले ब्लॉग में किया था, जिसका link नीचे दिया गया है

इसके अलावा और भी बहुत सारे विभूतियाँ है बिहार में जिसकी चर्चा अगले ब्लॉग में करना चाहूँगा  |

यह आलेख कैसा लगा ,आप की राय जानना चाहूँगा , ताकि इस तरह के और भी जानकारियां प्रस्तुत की जा सके |

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4 replies

  1. 🤍

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  2. Nice blog on old era Bihar full of culture, education, religion and prosperity for which all Biharis feel proud for the same.Present Bihar is now on different mode.

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