कभी कभी आप बिना कुछ गलत किए भी बुरे बन जाते है ,
क्योंकि जैसा लोग चाहते है वैसा आप नहीं करते है …

आज राधिका बहुत खुश थी क्योकि आज बहुत दिनों के बाद कॉलेज खुली थी और अपने कॉलेज के दोस्तों के साथ मिल कर उसे बहुत अच्छा लग रहा था |
टिफिन टाइम में राधिका अपने दोस्तों के साथ लंच रूम में बैठी थी | वहाँ सभी सहेलियां आपस में लम्बी छुट्टियों में बिताए गए लम्हों को एक दुसरे से शेयर कर रही थी |
उसकी एक सहेली शालिनी की तो इन्ही छुट्टियों में सगाई (engagement) भी हो गई और वह बहुत खुश नज़र आ रही थी |
खुश होने की वज़ह भी थी | पिछले तीन सालों की दोस्ती के बाद अंततः उसी दोस्त को अपना जीवन साथी बनाने जा रही है |
हालाँकि उसके घर वाले अलग जाति होने के कारण वहाँ शादी करना नहीं चाहते थे, लेकिन शालिनी के जिद के कारण उनलोगों को यह रिश्ता मंज़ूर करना ही पड़ा |
यह सही है कि जिसके…
View original post 1,449 more words
Categories: Uncategorized
Leave a comment