kavita

#Yes, I am a Blogger#

Friends, This is a poem celebrating the joys and challenges of blogging. The poem highlights the power of blogging to connect people, share stories, and inspire others. It also acknowledges the struggles that bloggers face, including self-doubt and writer’s block,… Read More ›

# लम्हा गुमसुम क्यों है ? 

कभी-कभी हर कोई उदासी महसूस करता है। हालाँकि ज़्यादातर मामलों में,  ये जो उदासी होती है, वो मनुष्यों के जीवन में आने वाले बदलावों और परिस्थितियों के कारण होती है | यह एक साधारण प्रक्रिया है। अच्छी बात यह  है… Read More ›

# भावनाओं के भँवर में #

हमारी भावनाएं हमारे जीवन का एक अविभाज्य अंग हैं | भावनाओं के बिना जीवन कैसा ?  हमारी भावनाएँ ही हैं, जो विपरीत परिस्थितियों में भी हमें  खुश रख सकती है | हमें स्वयं के साथ – साथ  सभी की भावनाओं… Read More ›

#मेरे शब्द, मेरी पहचान हैं #

मनुष्य एक संवाद करने वाला प्राणी है, जो शब्दों के माध्यम से अपने विचारों , भावनाओं  और अपने ज्ञान को अभिव्यक्त करता है | जी हाँ, हमारे द्वारा उपयोग किए गए शब्द  हमारी संस्कृति को प्रतिबिंबित करता है | शब्द के… Read More ›

# वो सुनहरी यादें # 

दोस्तों , बात उन दिनों की है, जिस दिन मैं  बैंक से रिटायर हो रहा था | ऐसा लगा था जैसे अब ज़िंदगी खत्म । मैं बहुत नर्वस महसूस कर रहा था | फिर मैंने यह सोच कर दिल को… Read More ›

# एक ब्लोगर हूँ मैं # 

दोस्तों,  लॉक-डाउन दौरान घर में खाली बैठे रहने से बोर हो रहा था | इसलिए  हमने मॉर्निंग वॉक के दौरान लाइफ स्टाइल पर अपना विडियो शूट करना शुरू किया | फिर मुझे इच्छा हुई कि इसे यू-ट्यूब चैनल पर अपलोड… Read More ›

# मैं और मेरी कलम # 

मैं और मेरी कलम हमेशा आपस में बातें करते है | जब भी पुरानी यादें मुझ पर हावी होती है तो यह कलम ही है जो कागज़ के पन्नो पर यादों की स्याही बिखेर देती है | जब भी आस… Read More ›