#जीवन

#मेरे प्यारे बेटे#

यह कविता एक पिता के प्रेम को व्यक्त करने का प्रयास है। इसमें पिता अपने पुत्र के प्रति अपार प्रेम का वर्णन करते हैं। कविता में पिता की भावुकता और पुत्र के प्रति उसका संवेदनशीलता स्पष्ट दिखाई देती है |… Read More ›

#वैशाली की नगरवधू # 

बिहार का इतिहास गौरवशाली रहा है, इस धरती ने चंद्रगुप्त मौर्य जैसा शासक दिया तो चाणक्य जैसा अर्थशास्त्री । शून्य की खोज करने वाला आर्यभट्ट दिया तो सम्राट अशोक जैसा चक्रवर्ती सम्राट। और अगर नगरबधू आम्रपाली  की चर्चा न की जाए तो… Read More ›

# एक कहानी सुनो #..3 

कछुआ और खरगोश की दौड़   आपको वह कहानी याद है ना.. कछुआ और खरगोश के दौड़ का ??…. आज मैं उसी  खरगोश से मिला जो कछुआ से दौड़ हार गया था । दरअसल दुनिया भर में हर कोई कछुआ… Read More ›

# मैंने वो कर दिखाया # 

मुझे बचपन से ही ये इच्छा थी कि मैं तैरना सीखूं , पर उस समय न तो उस तरह के हालात थे और न ही सुविधा ही उपलब्ध थी | कहते है न कि कभी कभी कुछ ऐसी  घटनाएँ घट… Read More ›

#दीप तले अँधेरा #

ज़िन्दगी में टेंशन ही टेंशन है , फिर भी लवों पर मुस्कान है क्योंकि जीना जब हर हाल में है, तो मुस्कुरा के जीने में क्या नुक्सान है | दोस्तों , कोई कैसे सोच सकता है कि… जो इंसान अपनी… Read More ›

# ख़ुशी के आँसू # 

एक पार्क मे दो बुजुर्ग दोस्त आपस में बातें कर रहे थे…. राधेश्याम — मेरी एक बेटी है, शादी के लायक है | उसने BE किया है, नौकरी भी करती है | देखने में सुन्दर है और उसका  कद –… Read More ›

#सफलता का रहस्य#

दोस्तों,   आज मैं अपने ब्लॉग की शुरुवात एक कहानी से करता हूँ, तो आइये एक कहानी सुनते है |.. एक राजा था | वह बड़ा ही दानी था और वह हमेशा लोगों को कुछ ना कुछ देना चाहता था… Read More ›

#हर हाल में खुश रहते है # 

दोस्तों जीवन चुनौती पूर्ण हो सकता है, और यह भी संभव है कि कभी – कभी हम दुख तकलीफ को देख कर घबरा जाते है | ऐसा भी नहीं है कि हमारे चाहने मात्र से खुशी मिल जाए।  दैनिक जीवन… Read More ›

#मैं हँसता क्यों हूँ ?

दोस्तों, हँसना – हँसाना हमारी फितरत है | हमें भगवान ने एक विशेष गुण दिये है, कि जब हम खुश होते हैं तो  हँसते है | हम अपनी भावनाओं को हंसी के द्वारा प्रकट करते है | यही तो अंतर… Read More ›

#मुस्कुराने की कीमत #

तू रूठा – रूठा सा लगता है,कोई तरकीब बता मनाने की,मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दूंगा,तू क़ीमत बता मुस्कुराने की. प्रकृत्ति के ऐसे तीन अटूट नियम जो सार्वजनिक सत्य है | इसे झुठलाया नहीं जा सकता है। प्रकृत्ति का पहला नियम :… Read More ›