#जीवन
# टूटे सपनों की कसक #
यह कविता टूटे हुए सपनों की पीड़ा और उनसे उबरने की एक मार्मिक अभिव्यक्ति है। यह रचना हमें सिखाती है कि चाहे जितना भी टूट जाए, फिर से ख्वाब बुनना और ज़िंदगी को दोबारा सजाना हमेशा संभव है। टूटे सपनों… Read More ›
# सांझ की बेला में…
यह तस्वीर हमें सिखाती है कि जीवन की आपाधापी के बाद, किसी शांत दोपहर में किसी अपने के साथ बैठकर सिर्फ “होना” भी कितना खूबसूरत होता है। यह क्षण शायद शब्दों से परे है — पर कविता ने उसे थोड़ा… Read More ›
# What Comes After Life?
A Soulful reflection “What After That?” is a reflective poem about life’s pursuit of wealth, love, fame, beauty, and adventure. It asks a fundamental question: What comes next? Through gentle verses, the poem addresses the temporary nature of our desires… Read More ›
# धन्यवाद ज़िंदगी #
जीवन की सच्चाई का आईना जीवन हमें हर रोज़ कुछ न कुछ सिखाता है — कभी दुलार, कभी तकरार, कभी दुआ, तो कभी ठोकर। यह कविता उन सभी अनुभवों को समर्पित है जिन्होंने हमें मजबूत बनाया, संवेदनशील बनाया, और इंसान… Read More ›
# मोहब्बत की दास्तान #
यह ग़ज़ल एक टूटे हुए दिल की दास्तान है, जहाँ प्रेम की गहराई, विरह की पीड़ा और यादों की छाप हर शेर में झलकती है। इसमें मोहब्बत की नमी भी है और जुदाई की तपिश भी। हर मिसरा दिल को… Read More ›
# जीवन यूँ ही चलता है। #
बहुत लोग आज कल इसी में खुश है कि 2 वक़्त कि रोटी के लिए उनके पास काम (नौकरी) है, सुबह जल्दी उठकर ऑफिस चले जाना, रात को देर तक वापस घर आना और फिर थोड़ा TV देखकर सो जाना।… Read More ›