#जीवन

# मैं हँसता क्यों हूँ ? 

दोस्तों, हँसना – हँसाना हमारी फितरत है | हमें भगवान ने एक विशेष गुण दिये है, कि जब हम खुश होते हैं तो  हँसते है | हम अपनी भावनाओं को हंसी के द्वारा प्रकट करते है | यही तो अंतर… Read More ›

# प्रेम की परिभाषा # 

दोस्तों , एक सप्ताह पहले मुझे कोलकाता के मिलेनियम पार्क (Millenium Park) में जाने का मौका मिला | दरअसल,  हमारे एक पुराने मित्र मुंबई से कोलकाता आए हुए थे और पास के ही एक होटल में ठहरे हुए थे |… Read More ›

# दिल से हँसे # 

मैंने कही पढ़ा था, एक बार एक व्यक्ति बहुत अधिक बीमार पड़  गया था | डॉक्टरों ने उसके लिए कह दिया था कि – अब वह कभी भी ठीक नहीं हो सकता है | जब उस व्यक्ति को यह बात… Read More ›

# कहानी एक कमीज़ की # 

यह बात है उन दिनों की, जब हमारे बैंक में कम्प्यूटराइजेशन (computerization) हो रहा था | मुझे कंप्यूटर के बारे में ज्यादा अनुभव नहीं था | इसलिए मेरे अलावा कुछ और स्टाफ इसे लेकर  काफी परेशान थे | हमारे मन… Read More ›

# मैंने तुझको देखा है #

  जिंदगी क्या है ? शायद यह कुछ समय का एक कारवाँ है, और हम सब इस कारवाँ के मुसाफिर है | बस चल रहे है किसी अनजान मंजिल की ओर | कुछ लोग रास्ते में बिछड़ गए और कुछ… Read More ›