kavita

#हर सपना साकार हो#

हर इंसान जिंदगी में एक सपना देखता है |  ज़िन्दगी में रंग भरने के लिए सपना  का होना बहुत  जरूरी हैं | हमारा भी एक सपना है जो हमेशा मेरे दिल के करीब रहता है । सपने पुरे हो जाए यह ज़रूरी… Read More ›

कैसी है ये ज़िन्दगी ?

 वैसे तो रिश्ते ज़िन्दगी का हिस्सा होते है , लेकिन कुछ रिश्ते ऐसे होते है जो दिल के बेहद करीब होते है | हम उसे महसूस करते है, उससे बातें भी करते और याद कर के सुकून भी पाते है… Read More ›

#मंदिर के भगवान्#

यह सच है कि हम प्रभु को दु:ख और संकट में ही याद करते है। सुख में याद करना भूल जाते हैं। यदि सुख में भी प्रभु को हमेशा याद करें तो जीवन में दु:ख नहीं आएगा , ऐसा साधू… Read More ›

मैं रोज़ लिखता क्यों हूँ ?

एक दिन मैंने खुद से ही प्रश्न कर डाला कि मैं लिखता क्यों हूँ ? सचमुच मेरे लिए इसका उत्तर आसान नहीं था | तभी मेरे मन के किसी कोने से आवाज़ आई – जब मैं अपने अन्दर की भावनाओ को… Read More ›

#आशा के दीप जलाना है#

किसी ने कहा है कि ज़िन्दगी एक किताब है | जिसके हर पन्नो पर एक पहेली लिखी है, जिसे सुलझाते हुए हमारी ज़िन्दगी निकलती जा रही है | कभी कभी कठिन प्रश्न के सही समाधान नहीं मिल पाते है तो… Read More ›

क्या मैं बुढा हो गया हूँ ?

भले ही अब तक हमें कोई दिमाग़ी बीमारी न हुई हो, मगर रोज़मर्रा का तनाव इस क़दर है कि ये मुझसे से मेरा  सुकून और ख़ुशी छीन रहा है | बड़ा सवाल ये है कि हम अपनी मसरूफ़ ज़िंदगी में… Read More ›

# एक बार फिर #

वो भी एक जमाना था जब वो दिल के बेहद करीब थी और आज वो आँखों से दूर ही सही लेकिन अब भी उसे अपने  दिल के करीब महसूस करता हूँ | वह दिल बेचारा उसकी  रुसवाइयों के डर से… Read More ›

# अब लौट चलें #

मैं एक आम इंसान हूँ | मेरी भी कुछ इच्छाये हैं | कभी कभी मैं भी जुनूनी हो जाता हूँ | वैसे कभी कभी इंसान इतना जुनूनी हो जाता है कि अपनी मन की बात जो नहीं कहनी  चाहिए वह भी… Read More ›

# मेरे आशावादी एहसास #

हर इंसान के अन्दर दो तरह के विचार पलते रहते है | .. जब सकारात्मकता हावी हो जाता है तो वह  आशावादी हो जाता है और जब कभी नकारात्मकता हावी हो जाता है और वह इंसान निराशावादी बन जाता है… Read More ›

# आधी अधूरी ज़िन्दगी #

कभी-2 इंसान अपनी इच्छाओं को मार कर जीने को  मजबूर हो जाता है | अपने अभावों को संतुलित करते-करते वह इतना थक जाता है कि उसे अपनी आधी अधूरी ज़िन्दगी से घबराहट महसूस होने लगती है | अच्छे दिनों के… Read More ›