kavita

# दोहरी ज़िन्दगी #

बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो सामने कुछ और पीठ पीछे कुछ और होते हैं। ये लोग आपके सामने अपना असली स्वभाव पेश नहीं करते, जिसकी वजह से हम उनका असली चेहरा नहीं देख पाते है | वो दोहरी… Read More ›

#मेरी अच्छी दोस्त – कलम #

अब मैं ने तय किया है कि आत्मा को स्वच्छ रखना है | हमारे अन्दर जो वर्षों से गन्दगी  जमी हुई है उसे हटाना है, क्योंकि आत्मा में परमात्मा का अंश रहता है । कभी – कभी  हम अपनी भावनाओं… Read More ›

आशा के तुम दीप जलाओ

कभी – कभी हमारे जीवन में कुछ ऐसी घटनाएँ घट जाती है जिसके कारण मन उदास हो जाता है और हम गुमसुम रहने लगते है | हालांकि उदासी, किसी बड़े दुख के अनुभव का एक छोटा सा हिस्सा मात्र होता है । ये… Read More ›

# खुदगर्ज इंसान #

आप किसी से प्रेम करते है और आप उसे  प्रपोज करने की सोच रहे है , तभी आपको महसूस होता है कि वह आपके लिए ऐसी ही फीलिंग्स नहीं रखता है |  जब आपको पॉजिटिव  रिस्पॉन्स नहीं मिलता है, तो… Read More ›

आशा के तुम दीप जलाओ

कभी – कभी हमारे जीवन में कुछ ऐसी घटनाएँ घट जाती है जिसके कारण मन उदास हो जाता है और हम गुमसुम रहने लगते है | हालांकि उदासी, किसी बड़े दुख के अनुभव का एक छोटा सा हिस्सा मात्र होता है । ये… Read More ›

# अकेलापन अजनबी नहीं है #  

अकेलापन एक ऐसी भावना है जिसमें लोग एक  खालीपन और एकान्त का अनुभव करते हैं। इससे पीड़ित व्यक्ति अपने को  खाली, अवांछित और महत्वहीन महसूस करता है | उसे लोगों से मजबूत पारस्परिक संबंध बनाने में कठिनाई होती है, क्योंकि अकेलापन… Read More ›

# खेद नहीं है मुझे #

हम इंसान अपने ज़िंदगी में किसी किसी बात पर पछतावा करते रहते है |  जब  हमें अनुकूल मुकाम हासिल नहीं होता तो हमे  पछतावा होने लगता है | हमें एक अच्छी नौकरी मिल रही थी लेकिन  हमें अपने माता पिता… Read More ›

# ज़िन्दगी को जीना है #

यह सच है यारों , ज़िन्दगी बहुत कीमती है और बहुत खुबसूरत भी है | हमें अपनी ज़िन्दगी से प्यार करना चाहिए | अगर बुरा वक़्त है तो थोडा सब्र करना होगा क्योंकि हर काली रात के बाद खुबसूरत सवेरा… Read More ›

# दिल तो मेरा बच्चा है #

सचमुच दिल तो नादान होता है, बच्चा होता है | वह तो बस अपने सपनों का पीछा करता रहता है | उसे यकीन होता है कि एक न एक दिन वह उसे पा लेगा | उसे खुद पर भरोसा है… Read More ›

# मन के मंदिर मे #

एक प्रचलित कहावत है — “दिल तो बेचारा आवारा  है,  दिल का क्या कसूर ?” सही बात है । दिल अपने फितरत को लेकर आवारा है। आवारागर्दी करना ही दिल का काम है, और शायद इसीलिए, दिल सदा के लिए… Read More ›