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#क्यों लिखता हूँ रोज़ ?

लिखना मेरे लिए सिर्फ एक आदत नहीं, बल्कि आत्मा की अभिव्यक्ति है। यह मेरा तरीका है अपने एहसासों को जीने और उन अनकही भावनाओं को शब्द देने का, जो अक्सर दिल में रह जाती हैं। हाँ, लिखना मुझे खुद से… Read More ›

#Seeing My Life in 10 Years

Hello, my friends, I hope this blog finds you in a cheerful mood. Today’s writing prompt—“Where do you see yourself in 10 years?”—is a deeply thought-provoking question. As I sit here, sipping my favorite cup of green tea, I must… Read More ›

# अधूरी नहीं है उम्र की कहानी…”

यह कविता हमारे वरिष्ठ नागरिकों की जीवनशक्ति और अटूट आत्मबल को समर्पित है। उम्र चाहे जितनी हो, सपने देखना और उन्हें जीना कभी बंद नहीं होता।“अधूरी नहीं है उम्र की कहानी…” हमें सिखाती है कि हर मोड़ पर जीवन में… Read More ›