featured

“बुढ़ापे का जोश”

यह कविता एक प्यारे दादी-दादा की मस्ती और जीवन के प्रति उनके उत्साह को दर्शाती है। फुटबॉल का खेल बिस्तर पर खेलते हुए, वे जीवन की छोटी-छोटी खुशियों में हंसी और प्यार बिखेरते हैं। यह कविता बुढ़ापे में भी जीवन… Read More ›

“जीवन का संतुलन”

जीवन के रास्ते हमेशा सीधी और सपाट नहीं होती। इसमें कभी-कभी ऊँचाइयों पर चढ़ने की चुनौती होती है तो कभी गिरावट का सामना करना पड़ता है। पर हर परिस्थिति ज़िंदगी हमें कुछ सिखाती है और जीवन को और बेहतर ढंग… Read More ›