#संस्मरण

#मैं रोज़ लिखता क्यों हूँ ?

एक दिन मैंने खुद से ही प्रश्न कर डाला कि मैं लिखता क्यों हूँ ? सचमुच मेरे लिए इसका उत्तर आसान नहीं था | तभी मेरे मन के किसी कोने से आवाज़ आई – जब मैं अपने अन्दर की भावनाओ को… Read More ›

#मैंने सही किया या गलत ?

दोस्तों, मैं इस दिनों अपने ब्लॉग में अपने संस्मरण पोस्ट कर रहा हूँ | हमारे ऑनलाइन दोस्त इसे बहुत पसंद कर रहे है | सचमुच जीवन में घटी छोटी – छोटी सुखद घटनाये जब दुबारा याद करते है तो चेहरे… Read More ›

#भावनाओं के आँगन मे #

दोस्तों, यह कविता एक आत्मीयता भरी, भावनापूर्ण कविता है जो हमारे जीवन की गति, संघर्ष और सुंदरता को छूने का प्रयास करती है। मेरा कवि मन अपने भावनाओं को शब्दों के माध्यम से व्यक्त करता हैं और जीवन की मूलभूतताओं… Read More ›

# दिल तो मेरा बच्चा है # 

सचमुच दिल तो नादान होता है, बच्चा होता है | वह तो बस अपने सपनों का पीछा करता रहता है | उसे यकीन होता है कि एक न एक दिन वह उसे पा लेगा | उसे खुद पर भरोसा है… Read More ›

# भविष्यवाणी ज्योतिष का #

लोग ठीक ही कहते है कि ज़िन्दगी एक कोरा कागज़ की तरह होता है और  हम उस पर विभिन्न रंगों को बिखेर कर  उसे और सुन्दर बनाने का  प्रयास  करते है | मेरी भी जीवन यात्रा कुछ अलग तरह से… Read More ›

# और मूंछ कट गयी #

एक अलग ही पहचान बनाने की आदत है मेरी , तकलीफों में भी मुस्कुराने की आदत है मेरी | दोस्तों, कभी – कभी कुछ घटनाएँ ज़िन्दगी में ऐसी घटती है कि वह हमेशा के लिए दिलो -दिमाग पर छा जाती… Read More ›