अब वक्त आ गया है कि हम दूसरों को अपनी नाकामी के लिए दोषी ठहराना बंद कर दें | आखिर हम वैसा जीवन क्यों नहीं जी पा रहे जैसा हम चाहते हैं। ऐ मेरे दिल, आज से ही अपनी पूरी… Read More ›
अब वक्त आ गया है कि हम दूसरों को अपनी नाकामी के लिए दोषी ठहराना बंद कर दें | आखिर हम वैसा जीवन क्यों नहीं जी पा रहे जैसा हम चाहते हैं। ऐ मेरे दिल, आज से ही अपनी पूरी… Read More ›