kavita

# ज़िन्दगी की किताब #

     काश, मैं ज़िन्दगी की किताब पढ़ सकता कि आगे क्या होने वाला है | मैं कब और क्या पाने वाला हूँ और मेरा दिल क्या खोने वाला है ??… मुझे कब ख़ुशी मिलने वाली है और कब दिल रोने… Read More ›

# मैं सपने बेचता हूँ #

आज कल हर आदमी हताश परेशान भागता फिरता नज़र आता है, सभी अशांति में जी रहे है शायद | क्योंकि हर आदमी ने एक सपना पाल रखा है ,जिसको हासिल करने  के लिए  रात दिन कोशिश कर रहा है ,|… Read More ›

एक कविता लिख रहा हूँ

आज कल के हालत ऐसे हो गए है कि सब को कोई ना कोई तकलीफ़ हैं अपनी ज़िंदगी से । कोई बहुत अच्छी,  बिना तकलीफ़ वाली लाइफ नहीं जी सकता । यह सच है कि  अगर हम  अपना ध्यान तकलीफ… Read More ›

मेरी कुछ यादें

ज़िन्दगी में बहुत सारी घटनाएँ होती है, लेकिन कुछ ऐसी भी होती है जो हमारे मानस पटल पर अंकित हो जाती है | जिसे चाह कर भी भूल नहीं पाते है और उसे बार बार याद कर कभी दुखी तो… Read More ›

एक नई शुरुआत

वर्ल्ड बैंक ने एक इन्सान की औसत आयु 78 वर्ष मानकर यह आकलन किया है जिसके अनुसार हमारे पास अपने लिए मात्र 9 वर्ष व 6 महीने ही होते है | इस आकलन के अनुसार औसतन 29 वर्ष सोने में,… Read More ›

# खामोश ज़िन्दगी #

जब मेरी तनहाई बोलती है तो मेरे कहने को कुछ भी नहीं रह जाता… अगर हम ईमानदारी से सुनें तो तनहाई हमारी आत्मा की आवाज बन कर दिल की  गहराइयों में उतर जाती है | मैं बस इसे सुनता हूँ… Read More ›

# बस चलता जाता है #

बहुत लोग आज कल इसी में खुश है कि 2 वक़्त कि रोटी के लिए उनके पास काम (नौकरी) है, सुबह जल्दी उठकर ऑफिस चले जाना, रात को देर तक वापस घर आना और फिर थोड़ा TV देखकर सो जाना।… Read More ›