#मेरी कविता

# खेद नहीं है मुझे #

हम इंसान अपने ज़िंदगी में किसी किसी बात पर पछतावा करते रहते है |  जब  हमें अनुकूल मुकाम हासिल नहीं होता तो हमे  पछतावा होने लगता है | हमें एक अच्छी नौकरी मिल रही थी लेकिन  हमें अपने माता पिता… Read More ›

#मैं रोज़ लिखता क्यों हूँ ?

एक दिन मैंने खुद से ही प्रश्न कर डाला कि मैं लिखता क्यों हूँ ? सचमुच मेरे लिए इसका उत्तर आसान नहीं था | तभी मेरे मन के किसी कोने से आवाज़ आई – जब मैं अपने अन्दर की भावनाओ को… Read More ›

#कविता के संगीत में#

 यह एक भावुक कविता मेरे मन में व्यक्त की गई है एक भावुकता और काव्यात्मकता की कहानी है । यह कविता एक इंसान के अंतर्मन को दर्शाती है, जो जीवन के उलझनों से जूझते हुए अपनी रौशनी को ढूंढ़ता है।… Read More ›

# दिल तो मेरा बच्चा है # 

सचमुच दिल तो नादान होता है, बच्चा होता है | वह तो बस अपने सपनों का पीछा करता रहता है | उसे यकीन होता है कि एक न एक दिन वह उसे पा लेगा | उसे खुद पर भरोसा है… Read More ›

#शब्दों के फूल #

यह कविता एक आत्मीयता भरी, भावनापूर्ण कविता है जो हमारे जीवन की गति, संघर्ष और सुंदरता को छूने का प्रयास करती है। मेरा कवि मन अपने भावनाओं को शब्दों के माध्यम से व्यक्त करता हैं और जीवन की मूलभूतताओं के… Read More ›

# सुकून की तलाश # 

दोस्तों, हर इंसान इस भाग – दौड़ भरी ज़िन्दगी में सुकून के पल चाहता है | पल दो पल के सुकून के लिए  कहाँ – कहाँ भटकता रहता है, तभी एक दिन उसे एहसास होता है कि जिस सुकून को… Read More ›

# तुम अच्छे लगते हो # 

कभी – कभी कोई इंसान इतना अच्छा लगता है कि उसका इंतजार करना भी चेहरे पर अजीब सी रौनक ला देता है | बार बार उसी से बारे में सोचने पर मजबूर हो जाते है | अपना ये दिल अपने… Read More ›