# ख़ुद से मुलाक़ात #

यह एक आत्ममंथन से भरी कविता है, जो जीवन की उलझनों, सवालों, ठोकरों और रौशनी की तलाश को दर्शाती है। यह कविता उस काश की बात करती है जो समय रहते हमें खुद से जोड़ देती — एक पहचान, एक … Continue reading # ख़ुद से मुलाक़ात #