# अनदेखा प्रेम #

यह कविता एक अनदेखे प्रेम के प्रति व्याकुलता और लालसा को व्यक्त करती है। कवि का मन एक अदृश्य चेहरा ढूँढ़ रहा है, जिसकी छवि धुंधली है, लेकिन उसकी उपस्थिति का अहसास गहरा और आत्मीय है। यह कविता उस अनकहे … Continue reading # अनदेखा प्रेम #