#भावनाओं के आँगन मे #

दोस्तों,

यह कविता एक आत्मीयता भरी, भावनापूर्ण कविता है जो हमारे जीवन की गति, संघर्ष और सुंदरता को छूने का प्रयास करती है। मेरा कवि मन अपने भावनाओं को शब्दों के माध्यम से व्यक्त करता हैं और जीवन की मूलभूतताओं के बारे में गहराई से सोचता हैं।

वे जीवन को एक पूरी तरह से अनुभव किया है, उसकी उच्चायों और निचलायों को महसूस किया है |

वे अपने जीवन को एक पेड़ की तरह देखते हैं जो पानी के बिना सूख जाता है। इस कविता के माध्यम से वे जीवन के महत्वपूर्ण मुद्दों पर सोचते हैं और इसे भावुक करने वाले शब्दों के माध्यम से प्रस्तुत किया हैं।

#भावनाओं के आँगन मे #

जीवन का अर्थ क्या है, यह क्यों पूछते हो तुम ?

भावनाओं के आँगन में मनमोहक रंग भरते हैं हम

कभी शब्दों के फूल उगाकर, प्यार की बारिश करते हैं,

और जीवन के संघर्षों को खुद ही सुलझाते हैं हम।

खुशियों के सुरों में अपनी आत्मा को जगाते हैं हम,

ज़िन्दगी के हसीन लम्हों के गीत सदा गुनगुनाते हैं हम।

समय के साथ संघर्ष करते रहना हमारी आदत है, दोस्तों ,

हर मुश्किल रास्ते पर अपने पैर संभाल का बढ़ाते हैं हम।

कभी-कभी, चिंताओं के बोझ से बेचैनी महसूस करते हैं,

बावजूद इसके, आराम के कुछ पलों को चुराते हैं हम

जब रातों मे, कलम मेरी मन के आँगन में विचरती है,

तब, दिल की भावनाओं को शब्दों से बहलाते हैं हम।

अपने कविता की रचना, उमंग के साथ  पूरा करते हैं,

जीवन की पाठशाला में भावनाओं के रंग भरते हैं हम।

कविता मेरी है मेरा सच्चा दोस्त और मेरी आत्मा है ,

भावनाओं के आँगन में शब्दों के फूल खिलाते हैं हम।

हाँ, भावनाओं के आँगन में शब्दों के फूल खिलाते है हम|

(विजय वर्मा )

BE HAPPY….BE ACTIVE….BE FOCUSED….BE ALIVE…

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        www.retiredkalam.com



Categories: kavita

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6 replies

  1. अच्छी कविता।

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  2. Emotional poem.Nice.

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