#मेरे शब्द, मेरी पहचान हैं #

Good evening friends..

Retiredकलम

मनुष्य एक संवाद करने वाला प्राणी है,जो शब्दों के माध्यम से अपने विचारों , भावनाओं और अपने ज्ञान को अभिव्यक्त करता है |

जी हाँ, हमारे द्वारा उपयोग किए गए शब्द  हमारी संस्कृति को प्रतिबिंबित करता है | शब्द के साथ – साथ हमारा व्यवहार हमारे विचार और प्रतिबाध्यताओं  को दर्शाता है |

इसलिए,शब्द और व्यवहार ही हमारी असली पहचान हैं।

मेरे शब्द,मेरी पहचान हैं,

दिलमेंजीने का अरमान है

औरों की यादों को संभाल कर रखा है

पर,अपने दिल की बातों से अंजान है |

जब कभी भीड़ से तनहाई में जाता हूँ,

अपनी यादों में उनको ही पाता हूँ

तब दिल में उमंग सी भर जाती है।

मेरे कलम मेरे दिल की बातें लिख पाती है |

दिल में जो बहती भावों का दरिया है

ये उसी को अभिव्यक्त करने का जरिया है ,

यही मेरी जिंदगी की वो दास्तान है।

हाँ, मेरे शब्द ही मेरी पहचान है…

View original post 42 more words



Categories: Uncategorized

2 replies

Leave a Reply

Fill in your details below or click an icon to log in:

WordPress.com Logo

You are commenting using your WordPress.com account. Log Out /  Change )

Facebook photo

You are commenting using your Facebook account. Log Out /  Change )

Connecting to %s

%d bloggers like this: