#भूत का आतंक #-3

स्तेफिना की माँ को महसूस हुआ कि स्तेफिना की आत्मा इसी घर में है और उसी के द्वारा ऐसी घटना हो रही है | उनलोगों ने अगले दिन सुबह हिम्मत कर के स्तेफिना के कमरे को खोल कर अन्दर दाखिल हुए तो देखा कि अन्दर उसी तरह सभी सामान अस्त- व्यस्त है |

बिस्तर की चादर फर्श  पर पड़ी है, उसके खिलौने इधर उधर फर्श पर बिखरे पड़े है |  तभी उनलोगों ने देखा कि स्तेफिना का फोटो फ्रेम भी फर्श पर गिरा हुआ है | अपने बेटी की तस्वीर फर्श पर पड़ा देख, माँ ने ममतावश उसे उठाने की कोशिश की | अभी उन्होंने फ्रेम उठाया ही था कि उन्हें बिजली का करंट सा अनुभव हुआ  और उन्होंने ज़ल्दी से फोटो फ्रेम को ज़मीन पर फेंक दिया |

पास में खड़े पिता ने जब देखा कि माँ ने स्तेफिना की तस्वीर को ज़मीन पर पटक दिया है तो उन्हें बहुत आश्चर्य हुआ | उन्होंने बिना देरी किये फोटो फ्रेम को वापस उठा लिया | लेकिन इस बार उन्हें करंट नहीं लगा, बल्कि उन्होंने देखा कि  लकड़ी के फ्रेम में स्तेफिना का जो फोटी है, उसमे उसका चेहरा आग की लौ में जल रहा है | आग सिर्फ उसके चेहरे पर थी, फोटो फ्रेम और शीशा बिलकुल सही सलामत थे |

इस अजीब दृश्य को देख कर वे  भी घबरा कर फोटो फ्रेम को ज़मीन पर फेंक दिया | और जल्दी से कमरे से बाहर आ गए | फिर नट – बोल्ट से दरवाज़ा को सील किया  और दरवाजे के पास भारी भरकम सोफा रख दिया |

उन्हें आशंका थी कि अगले रात को भी कोई घटना ज़रूर घटेगी , इसलिए वे लोग अपने कमरे तो थे लेकिन जाग रहे थे |

रात हुई और ठीक आधी रात को उन्होंने देखा कि  पास के बिस्तर में उनका छोटा बेटा और उनकी बेटी अलग – अलग बेड  पर गहरी  नींद  में सो रहे थे , तभी आश्चर्यचकित करने  वाली घटना घटी |  उनके छोटे बेटे को किसी ने हवा में उठा लिया और उसे बेटी के बेड  पर पटक दिया और साथ ही साथ बेटी को उसके बिस्तर से उठा कर छोटे बेटे वाले बेड  पर पटक दिया , हालाँकि वे दोनों  बच्चे गहरी नींद में सो रहे थे |

वे लोग यह सब देख कर घबरा गए और  पडोसी को आवाज़ लगा दी | पडोसी लोग भी दौड़ कर आ गए | लेकिन फिर घर में बिलकुल ख़ामोशी छा गयी थी  |

पड़ोसियों ने हिम्मत देते हुए कहा — आप अब निश्चिन्त से सोयें, हमलोग  भी आज रात आप के ही घर में आपके ड्राइंग रूम में सो जाते है | इस तरह स्तेफिना के माता पिता को कुछ  हिम्मत हुई और  थोड़ी ही देर में थकान होने की वजह से वे लोग  गहरी नींद में सो गए  |

लेकिन तभी उसकी माँ को लगा कि  कोई शख्स उनके सीने पर बैठा हुआ है और दोनों हांथो से उनका गला दबा रहा है | वो डर  के मारे जोर से चिल्लाने लगी | वहाँ जो पडोसी सो रहे थे वे भाग कर उनके कमरे में आये |  स्तेफिना की माँ ने बताया कि कोई उसका गला दबा रहा था | सभी लोग काफी डरे हुए थे |

आनन् फानन में उनलोगों ने  आधी रात को  ही पुलिस को सूचित कर दिया | पहले तो पुलिस को इस घटना पर विश्वास ही नहीं हुआ कि कोई भुत उन्हें  सता रहा है | लेकिन फ़ोन पर घबराए स्वर को सुन कर वहाँ की हेड पुलिस, थोड़ी देर में  अपने तीन  सहयोगी के साथ मौके पर पहुँच गयी | पुलिस ने देखा कि घर वाले डर से काँप रहे है | पुलिस ने घटना के बारे में पूरी जानकारी ली | 

स्तेफिना  की माँ ने जब पूरी घटना बताई तो पुलिस भी आश्चर्य में पड़ गयी | पुलिस फिर जब स्तेफिना के कमरे में पहुँची तो वही मंज़र देखा | अन्दर तेज़ हवा चल रही थी, सामान बिखरे पड़े थे | कुछ अजीब सी आवाजें आ रही थी | पुलिस भी आखिर  इंसान है | वो ऐसी स्थिति को देख कर खुद ही घबरा गयी | उसे समझ नहीं आ रहा था कि मुजरिम का पता कैसे लगाए , वह तो कोई इंसान नहीं लगता है | उसको कैसे पकड सकते है |

तब तक रात बीत चुकी थी और सुबह हो गयी थी |

पुलिस ने अपने हाथ खड़े कर दिए | उन्हें भी पूरा विश्वास हो गया था कि  यह सब कोई भुत प्रेत के द्वारा किया जा रहा है | पुलिस ने सलाह दिया कि आप सभी लोग आज ही  इस घर को खाली कर दें | लेकिन इतनी ज़ल्दी यह सब संभव नहीं था और माता पिता को लग रहा था कि स्तेफिना की आत्मा ऐसा काम नहीं कर सकती |  ज़रूर स्तेफिना की आत्मा भी कोई मुसीबत में होगी | तभी उसके पिता को चर्च के फादर की याद आयी |

वे लोग सुबह ही सुबह चर्च पहुंचे और  फादर को रात वाली सारी घटना की जानकारी दी और साथ ही इस मुसीबत से छुटकारा दिलाने हेतु प्रार्थना की  |

फादर भी बिना देरी किये उनके साथ  स्तेफिना के घर आते है और  वे अपना तंत्र – मंत्र की कार्यवाही शुरू कर देते है |

फादर,  उन सभी लोगों को स्तेफिना के कमरे से बाहर कर देते है और खुद कमरे में बैठ कर  उस आत्मा को बुलाने का प्रयास करते है | कुछ ही देर में  कमरे में खूब प्रकाश हो जाता है और एक अजीब तरह की गुर्राने की आवाज़ आने लगती है |

कमरे में फादर बिलकुल अकेले  बैठे थे और उन्हें आभास हो रहा था कि आत्मा कमरे में ही है | तभी धुएं का एक सफ़ेद गोला फादर के सामने प्रकट हुआ |

फादर उससे पूछते है – बताओ, तुन कौन हो ?

मैं स्तेफिना का बॉय फ्रेंड अलेक्स हूँ | मैंने ही स्तेफिना की जान ली है , क्योंकि उसी के कारण मेरी मृत्यु हुई थी | वह आत्मा काफी गुस्से में लग रहा था |

मैं तुम्हारी मदद करना चाहता हूँ, लेकिन बताओ घर वालों को क्यों तंग कर रहे हो ?

 फादर  उससे बात करने की कोशिश करने लगे |

भुत का गुस्सा शायद कम हो गया था | उसने कहा – मेरे मरने के बाद स्तेफिना ने किसी को नहीं बताया था , जिससे मेरा अंतिम संस्कार नहीं हो सका है और इसलिए मैं भटक रहा हूँ, मुझे शांति चाहिए |

ठीक है मैं तुम्हारी शांति का इंतज़ाम करता हूँ , अब तुम घर वालों को परेशान मत करो |

इतना कह कर फादर कमरे से बाहर आ जाते है और स्तेफिना के माता पिता से भूत की हकीकत बता देते है |

माता -पिता ने पूछा – इस आत्मा की शांति के लिए हमें क्या करना होगा ?

उसके बातों से लग रहा है कि उसका मृत शरीर अभी भी खाई में पड़ा हुआ होगा | उसे पुरे धार्मिक विधि विधानों के साथ कब्र में दफनाना होगा तभी उसकी मुक्ति होती .. फादर ने कहा |

इसके बाद सबलोग मिल कर  उस कॉलेज बिलडिंग के पीछे स्थित खाई के पास जाते  है तो पाते है कि उसका शरीर का  कंकाल अभी भी उसी खाई में पडा हुआ है | वे लोग उसके कंकाल शरीर को वहाँ से निकाल कर लाते है और  स्तेफिना के कब्र के पास ही उस कब्रिस्तान में विधि विधान से दफना देते है |  फादर उसकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते  है | और इस तरह इस  घटना का पटाक्षेप हो जाता है | यह कहानी कैसी लगी , अपने अनुभव ज़रूर बताएं |

(यह एक काल्पनिक कहानी है, Photo source – google.com)  

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4 replies

  1. Thanks for sharing this idea. Anita

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