Good afternoon friends..

आज कल भगवान मेरी कोई प्रार्थना नहीं सुनते है। इसकी कोई ठोस वजह मुझे नज़र नहीं आता है |
लोग कहते है कि भगवान को साफ़ – सफाई बहुत पसंद है … मैं घर में और अपने आस पास खूब साफ़ सफाई रखता हूँ |
लेकिन तभी महसूस हुआ कि मुझे तो सफाई करनी थी …. अपने अंतरमन और आत्मा की …. पर मैंने तो ऐसा कुछ किया ही नहीं ….
अब मैं ने तय किया है कि आत्मा को स्वच्छ रखना है | अब हम अपनी भावनाओं को कविता के माध्यम से प्रकट करने की कोशिश कर रहे है |
क्योंकि मेरी कविता मेरी आत्मा है ….जो शब्दों के माध्यम से मुझे एक नयी उर्जा और पहचान देते है | हम इसके माध्यम से साँस लेते है .|
मेरे कलम की स्याही मेरे दर्द को कागजों पर बयाँ करते है … हम अपने विचारों को कविता के माध्यम से…
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