# ओ मेरी मसकली #

The best friends make the good times better
and the hard times easier.

Retiredकलम

Friends,

मैं जब भी सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए निकलता हूँ, अपने साथ रात की बची हुई रोटियाँ लेकर आता हूँ | पार्क में बहुत सारे कबूतर हमारा इंतज़ार करते रहते है और मैं उन रोटियों को छोटे -छोटे टुकड़ों में तोड़ कर उसके आगे रख देता हूँ | और कबूतर उसे खाने के लिए बस टूट पड़ते है |

यह सिलसिला करीब रोज़ ही चलता है | इसलिए उन कबूतरों से मेरी दोस्ती हो गई है | मैं मॉर्निंग वॉक करने के बाद एक खाली स्थान पर बैठ जाता हूँ और चिड़ियों और कबूतरों की गतिविधियों पर ध्यान केन्द्रित करता हूँ | इससे मुझे आंतरिक शांति महसूस होती है | यह एक तरह का मेरा meditation ही है |

वैसे भी रोज़ सुबह -सुबह मेरे कमरे के खिड़की पर ढेर सारे कबूतर आ कर मुझे नींद से जगा देते है, क्योंकि उन्हें रोज खाना और पानी देता हूँ |

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5 replies

  1. बहुत सुंदर कार्य 🌹🌹

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  2. बहुत ही सुंदर आदत है….आजकल यह सब खत्म होते जा रहा है ✨❤

    Liked by 2 people

    • सही कहा आपने |
      हमलोग अपनी व्यस्तता का हवाला दे कर इन सब चीजों से दूर होते जा रहे है |
      इसलिए पक्षी की बहुत प्रजाति लुप्त हो चुकी है |

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