जिंदगी इम्तिहान लेती है -2

I believe in evidence,
I believe in observation, measurement, and reasoning.

Retiredकलम

दूसरे दिन एक अनजान आदमी मुझे लेने आया | वह मेरे बाप का दोस्त था शायद | मैंने पहले कभी उसे नहीं देखा था | मैं पिता से मिलने की सोच कर बहुत खुश थी और घर में किसी को कुछ बताए बिना चुपके से उस आदमी के साथ चल दी |

मैं टैक्सी में जा रही थी और आने वाले अपने सुंदर भविष्य की कल्पना कर रही थी | वो तो मेरा अपना बाप है | मैं उसका अपना खून हूँ | वह मेरे साथ वो सलूक कभी नहीं कर सकता जैसे इस सौतेले बाप ने किया है |

मेरा एक बॉय फ्रेंड भी था | उसे मैं सब कुछ साफ साफ अपने बारे में बता दिया था | सोचा था कि उसकी सहनभूति और उसका साथ मिलेगा, लेकिन वह मुझे जूठा थाली का खाना समझ कर मुझसे रिश्ता ही तोड़ लिया | वो एक शरीफ खानदान से ताल्लुक…

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