Good afternoon friends.

ज़िन्दगी के छोटी छोटी खुशियों का जश्न मनाते है , चलो आज हम मुसकुराते है
लोगों के द्वारा दिये गए ज़ख़्मों को भुलाते है , चलो यार आज ठहाका लगाते है
आज मेरी खुशियों से हो गई हैअनबन, चलो आज हम उसे प्यार मनाते है|
हमारे पास गम के जो आँसू है, उसे बहाते है,चलो एक चुटकुला सुनाते है …

एक गजल है- ‘तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो, क्या गम है जिसको छिपा रहे हो’। मुस्कुराकर भले ही अपने गम को कुछ समय के लिए छुपाया जा सकता हो या टाला जा सकता हो, पर मुस्कुराने या हंसने की आदत है तो डिप्रेशन अमूमन दूर ही रहता है। गम भी ज्यादा कुछ बिगाड़ नहीं पाता।
जिस शख्स को हंसने या मुस्कुराने की आदत है, उसे भले ही टेंशन या फिर डिप्रेशन कुछ समय के लिए जकड़ ले, लेकिन अपनी पॉजिटिव आदतों की वजह…
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Perfect and profound
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Thank you so much dear.
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