
दोस्तों,
आज की सुबह मेरे लिए खास था | सुबह हो चुकी थी लेकिन मैं देर तक सो रहा था क्योंकि रात मे देर से बिस्तर पर गया था | अचानक हमारे कमरे की खिड़की पर बहुत सारे कबूतर आ कर शोर मचाने लगे | दरअसल, मैं सुबह कबूतरों को दाना और पानी देता हूँ और उसके भोजन का वक़्त हो गया था |
इसलिए न चाहते हुये भी मुझे बिस्तर छोडना पड़ा | पक्षियों को दाना देने के बाद सुबह ठीक 7 बजे मॉर्निंग वॉक के लिए घर से निकाल पड़ा | लेकिन पार्क में पहुँचते ही अचानक बारिश के फुहारें मेरे तन को भिंगाने लगी | यह बारिश मेरे मन को भी शकुन दे रही थी, क्योंकि मानसून की पहली बारिश की भीनी भीनी खुशबू मेरे मन को तारो ताज़ा कर रहा था |
इन दिनों गर्मी से बुरा हाल था और इस गर्मी से निजात पाने के लिए बारिश की बहुत ज़रूरत थी |
इसलिए बारिश को देख कर मन बहुत प्रफुल्लित हो रहा था | मैं बारिश से बचने के लिए एक पेड़ की ओट में चला गया | उस घने पेड़ पर खिले पीले फूल बड़ा ही मनोरम दृश्य प्रस्तुत कर रहे थे |
हालांकि थोड़ी ही देर मे बारिश छूट गई, तभी मेरी नज़र एक बूढ़े व्यक्ति पर पड़ी | वे अपनी छड़ी के सहारे उसी पार्क मे टहल रहे थे | वे शरीर से काफी बूढ़े लग रहे थे | मैंने उन्हें देखा तो मुझे महसूस हुआ कि उनकी उम्र काफी होगी | मैं जिज्ञासा वश उनके पास गया, उन्हें नमस्कार किया और पूछा – आप कैसे है ?

मैं उनसे पहली बार मिल रहा था | उन्होंने मेरी ओर देखा और मुसकुराते हुये नमस्कार किया | अपना परिचय देते हुये उन्होने बताया – मैं नेमि चंद हूँ और मेरी उम्र 106 साल है | मैं बिलकुल स्वस्थ हूँ | मैं अपनी दिनचर्या का काम खुद ही करता हूँ |
मैंने उनको उम्र का शतक लगाने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया और उनके लंबी उम्र का राज जानना चाहा |
उन्होंने अपने पॉकेट से एक जड़ी बूटी जैसा कुछ चीज़ निकाला और मुझे खाने के लिए दिया |
मैं गौर से देखा तो पाया कि वह बहेरा था | बहेरा का सेवन स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है | मॉर्निंग वॉक वाले जो भी उनको देखते, वे रुक कर उन्हें प्रणाम करते और उनसे दो बातें करते |
यह देख कर मुझे बहुत अच्छा लगा कि वो बुजुर्ग इतनी ज्यादा उम्र में भी बिलकुल स्वस्थ दिख रहे थे और बिना किसी सहारे के अपने ज़िंदगी को खुशी पूर्वक जी रहे है |
हमारे साथ चलते चलते हुये वे एक जगह बैठ गए और बातों का सिलसिला चल पड़ा | उन्होंने अपनी लंबी उम्र का राज हमसे शेयर किया | उनके बताए गए कुछ टिप्स यहाँ प्रस्तुत कर रहा हूँ –
उन्होंने कहा कि आज कल के लोगों को देखता हूँ तो पाता हूँ कि वे बहुत ही तनाव वाली ज़िंदगी जी रहे है | उनके ऊपर काम का बोझ है जिसके कारण तनवग्रस्त हो गए है | इसका परिणाम यह होता है कि वे न तो खान – पान सही तरह से नहीं कर पाते है और न सोना और जागना भी शरीर की ज़रूरत के अनुसार हो पाता है | जिससे वे अनेकों रोग से परेशान रहते है | हमारा जमाना ऐसा नहीं था | मैं एक अनुशासित जीवन जीता हूँ और अपने स्वास्थ का विशेष ध्यान रखता हूँ |
उचित मात्रा में जल का सेवन :
उन्होंने बताया कि मैं सुबह उठते ही सबसे पहले नींबू पानी का सेवन करता हूँ | कभी-कभी गुनगुने पानी में शहद भी डाल लिया करता हूँ | अपने शरीर की ज़रूरत के अनुसार हमें समय समय पर पानी पीते रहना चाहिए | कभी – कभी नारियल पानी का भी सेवन करता हूँ |
नियमित मॉर्निंग वॉक करें
उन्होने मॉर्निंग वॉक करना अपने जीवन का आदत बना लिया है | उन्होंने यह भी बताया कि आज बारिश होने के बावजूद भी वे मॉर्निंग वॉक में आए | उन्होंने यह भी बताया कि इसके अलावा थोड़ी कसरत और योग- ध्यान भी कर लेते है | यह हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में बहुत मदद करता है |
सुबह का नाश्ता
उन्होंने बताया कि दिन का पहला खाना यानि नाश्ता कभी भूलना (skip) नहीं चाहिए, चाहे कितनी भी व्यस्तता हो | सुबह का नाश्ता heavy होना चाहिए | दिन का खाना थोड़ा हल्का और रात में तो बिलकुल थोड़ा खाना चाहिए ताकि भोजन पचने में आसानी हो | दूसरी बात यह कि हमेशा वे समय पर और घर का बनाया हुआ भोजन करते है | होटल और जंक फूड से परहेज करते है |
अपने शरीर की immunity को मजबूत रखें
शरीर का इममुनिटी हमें रोग से बचाए रखता है इसलिए अपने संतुलित आहार के अलावा शरीर के ज़रूरी विटामिन और ज़रूरी दवा समय पर लेते रहना चाहिए | आज कल कोरोना के माहौल में तो अपने स्वास्थ पर ध्यान देना और भी ज़रूरी है | उन्होंने यह भी बताया कि वे तो समय vaccine भी लगवा लिया है |
नियमित विश्राम ज़रूरी है
शरीर हमारा एक मशीन की तरह है जिसे समय पर आराम की भी ज़रूरत होती है | पर्याप्त नींद हमारे स्वास्थ के लिए बहुत ज़रूरी है | मैं ठीक रात 10 बजे सो जाता हूँ और सुबह पाँच बजे बिस्तर छोड़ देता हूँ | मुझे सात घंटो की नींद लेना ज़रूरी है | 7-8 घंटे कि नींद लेने से हमारा मन और तन दोनों स्वस्थ रहता है |
दिनचर्या की सारणी बनाएँ
हम लोगों को रोज़ बहुत सारे कार्य निपटाने होते है , लेकिन जो ज़रूरी कार्य है उसे प्राथमिकता देकर करते है / इसले लिए ज़रूरी है कि अपने दिन भर के कामों को सारणी बनाएँ और उसका नियमित रूप से पालन करें | चाहे ज़िंदगी में कितनी भी व्यस्तता हो अपने दिनचर्या को इस तरह बनाएँ ताकि स्वस्थ आदतें बनी रहे | अपने सभी कामों को शारीरिक क्षमता के अनुसार करेंगे तो शरीर पर अतिरिक्त दबाब नहीं पड़ेगा और हमारा शरीर स्वस्थ और तनाव रहित होगा |
हमेशा खुश रहना सीखें
जब हम तनाव में या दुखी रहते है तो बहुत सारें रोगों को आमंत्रित करते है | मानसिक तनाव ही हमारे ज़्यादातर रोगों का कारण है | इसलिए कोशिश करना चाहिए कि मन प्रसान रहे और आस पास का माहौल सकारात्मक रहे | आप सकारात्मक सोच वाले लोगों के समूह में रह सकते है | motivational video और चुट्कुले सुन कर अपने मन प्रसन्नचित्त रख सकते है |
बातचीत चल ही रही थी तभी घिरे हुये बादलों से बूँदा – बाँदी शुरू हो गई | इसलिए हम लोगों ने उन्हें प्रणाम कर उनसे चलने की इजाजत मांगी |
और हाँ अंत में उनके साथ एक सेलफ़ी लेने की इच्छा हुई और इसके लिए वे खुशी – खुशी तैयार भी हो गए |
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Categories: मेरे संस्मरण
एक प्रेरणास्पद पोस्ट!
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जी , बहुत बहुत धन्यवाद सर् जी।
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बहुत अच्छा लगा, धन्यवाद
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धन्यवाद सर् जी
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अच्छी जानकारी से भरपूर।
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बहुत बहुत धन्यवाद डिअर।
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Every word of Nemichand for remaining long life is correct. You are lucky to meet a centurian. Your blog is nice.
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Yes dear, He is very simple man , but always looks happy.
He is the inspiration for us.
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Reblogged this on Retiredकलम and commented:
Happiness can not be trans led to, owned, earned, worn, or consumed.
Happiness is the spiritual experience of living every minute
with love, grace and gratitude.
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