Good evening friends

आज कल यह देखा गया है कि बहुत सारे ऐसे क्राइम होते है जिसका क्राइम करने का तरीका फिल्मों, कहानियों या सोशल मीडिया पर बताई गई जानकारी से प्रेरित होता है |
मेरे मन में भी एक सवाल उभर कर आ रहा है – अगर हम ऐसा सोचें कि एक पुलिस ऑफिसर जिसने बहुत सारे क्राइम की जांच की हो | वह कातिल के खिलाफ सबूत जुटाता है, क्राइम से संबन्धित बारीकियों का अध्ययन करता है और क्रिमिनल को सलाखों के पीछे पहुंचाता है | उसे क्राइम की बारीकियों की समझ होना लाज़िमी है | उसे पता होता है कि क्राइम को करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे वह पकड़ा नहीं जाये |
खुदा न खास्ता , अगर उसी पुलिस ऑफिसर को किसी कारणवश मर्डर करना पड़े तो वह उसे अंजाम देते समय उस तमाम गलतियों का ध्यान रखेगा ताकि वह पकड़ा न जा सके | अब…
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Frightening thought!
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Yes dear.
2nd part is interesting.
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