
हमारा मन बड़ा चंचल होता है | मन कभी तो बेहद खुशी का अनुभव करता है लेकिन दूसरे ही पल वह दुख या अवसाद से भर जाता है | आजकल हमारे आस पास के माहौल कुछ ऐसे हो गए है, कि हमारे मूड को स्विंग कराता रहता है |
एक्सपर्ट्स की मानें तो ये एक प्रकार का बायोलोजिकल डिसऑर्डर’ है, जिससे निपटने के लिए व्यक्ति को परिवार और दोस्तों आदि की जरूरत पड़ती है। मैंने एक आसान तरीका ढूंढ लिया है |
मेरा मन जब भी उदास होता है मैं अपने मन में उठ रहे भावनाओं को शब्दों के रूप में कागज के पन्नो पर बिखेर देता हूँ और फिर अपने दोस्तों के साथ शेयर कर मन हल्का करने कि कोशिश करता हूँ |

चाँद से बातें करो
कभी कभी उदास मन
कहता है मुझसे,
उठो ना
चलो, चाँद से मुलाकात करों
अपने दिल की बात करो
और मैं
बहने लगता हूँ
नीले आकाश की
विराट गहराइयों में
और कुछ ही क्षणों के बाद
खुद को पाता हूँ
चाँद के आगोश में ..
और फिर
अशांत और उदास मन
अचानक खुश हो जाता है
चाँद को अपने करीब पाकर
मन फुला नहीं समाता है |
दुधिया चांदनी में
अपना युवावस्था फिर से लौट आता है
तब मैं खुद भी हँसता हूँ, खिलखिलाता हूँ
औरों को भी हँसाता हूँ और
एक नया सपना दिखाता हूँ ॥
विजय वर्मा..
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Categories: kavita
Wah wah wah🌹🌹
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बहुत बहुत धन्यवाद डियर |
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अच्छी कविता।
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बहुत बहुत धन्यवाद डिअर।
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Sai hai baap
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Ha ha ha … The moon is for all.
Thank you dear.
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Geet Bahut sundar. Chalo mera udaas man khus ho Jao.
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Thank you so much dear.
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I always received the best advice when I listen to the Silence.
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