patience with family is love,
Patience with others is respect .
Patience with self is confidence
and Patience with God is faith.

एक राजा था | वह बड़ा ही दानी था | वह हमेशा लोगों को कुछ ना कुछ देना चाहता था | इसी क्रम में उसके दिमाग में एक बात सूझी | उसने एक शाम को अपने राज्य में ढिंढोरा पिटवाया कि कल सुबह जो राज्य के पालन नदी को पार कर लेगा उसे हम अपने आधे राज्य का स्वामी बना देंगे | इसलिए आप सब लोग सुबह पांच बजे पालन नदी के किनारे आ जाएँ |
सब लोगों में यह सुन कर खलबली मच गयी, क्योंकि नदी ज्यादा बड़ी नहीं थी और कोई भी इसे आसानी से पार कर सकता था | यह तो बड़े आश्चर्य जनक बात थी कि सिर्फ नदी पार करने से आधा राज्य का मालिक बना दिया जाएगा | सब लोगों में नदी पार करने की होड़ लग गयी |
अतः सुबह पांच बजे पूरा गाँव या कहे कि हर घर से लोग वहाँ जमा हो…
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अति सुन्दर, प्रेरक ।
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बहुत बहुत धन्यवाद डियर |
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