होली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनायें और बधाई

स्तेफिना की माँ को महसूस हुआ कि स्तेफिना की आत्मा इसी घर में है और उसी के द्वारा ऐसी घटना हो रही है | उनलोगों ने अगले दिन सुबह हिम्मत कर के स्तेफिना के कमरे को खोल कर अन्दर दाखिल हुए तो देखा कि अन्दर उसी तरह सभी सामान अस्त- व्यस्त है |
बिस्तर की चादर फर्श पर पड़ी है, उसके खिलौने इधर उधर फर्श पर बिखरे पड़े है | तभी उनलोगों ने देखा कि स्तेफिना का फोटो फ्रेम भी फर्श पर गिरा हुआ है | अपने बेटी की तस्वीर फर्श पर पड़ा देख, माँ ने ममतावश उसे उठाने की कोशिश की | अभी उन्होंने फ्रेम उठाया ही था कि उन्हें बिजली का करंट सा अनुभव हुआ और उन्होंने ज़ल्दी से फोटो फ्रेम को ज़मीन पर फेंक दिया |
पास में खड़े पिता ने जब देखा कि माँ ने स्तेफिना की तस्वीर को ज़मीन पर पटक दिया है तो उन्हें…
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