जीवन के सभी निर्णय हमारे नहीं होते ,
कुछ निर्णय प्रकृति के,और कुछ समय के अधीन होते है …
हर हाल में खुश रहें …मस्त रहें…

वैसे हम सब बचपन से कहानियाँ सुन कर बड़े हुए है | बचपन में सुनी कुछ कहानियाँ आज भी याद है क्योंकि वो कहानी हमारे मन पर एक गहरी छाप छोड़ चुकी है |
आज भी मैंने एक कहानी पढ़ी थी, जिसे पढ़ कर मन में अनेक तरह के विचार उठने लगे और हम सोचने लगे कि हम कैसी समाज की रचना करने जा रहे है | आज के दौड़ में परिवार की परिभाषा ही बदलती जा रही है |
आज के इस दौर में , लड़की – लड़की के प्रति आकर्षित हो जाती है, उसी तरह लड़का – लड़का के प्रति आकर्षित हो जाता है और इस हद तक कि उसी के साथ शादी कर साथ रहने का ख्वाब देखने लगता है | हालाँकि अभी हमारे समाज में इसे मान्यता नहीं दी जाती है , लेकिन सवाल है कि हमारा सोच किधर जा रहा है | प्रेम की परिभाषा…
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ये वक्त की नजाकत है,
आधुनिक सोच की शराफत है । सर बहुत कुछ ऐसा हो रहा है जिसे हम सोच नहीं सकते ।
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यह कहानी भी कुछ ऐसा ही है |
आप पढ़ कर अपनी राय ज़रूर दें, मुझे ख़ुशी होगी |
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अति सुन्दर सोच की प्रस्तुति है ।
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बहुत बहुत धन्यवाद डिअर ,
आप पूरी कहानी ज़रूर पढ़े, हर एपिसोड के नीचे link दिया हुआ है |
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बहुत खूब, पांच एपिसोड बहुत अच्छी लिखी गयी है, ऐसा लगा उपन्यास पढ़ रहा हूँ!
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पूरी कहानी पढने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद |
आपलोगों से ही हौसला मिलता है | आप खुश रहें …मस्त रहें |
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