People change houses, relationships &friends,
still, they are unhappy because they don’t change themselves..

यह सच है कि जो लम्हे बीत गए है, अब वह वापस कभी नहीं आएँगे। चाहे उन्हें कितनी भी शिद्द्त से पाना चाहते हो |
इसलिए जो भी करना चाहते हो, इसी पल में करो और इस वर्तमान पल को खुल कर जिओ |,
यह सच है कि आने वाला कल क्या होगा, यह किसी को पता नहीं है | कल की फ़िक्र हम क्यूँ करे जब अपना अगले पल का भी पता नहीं है |
फिर मन के कोने से एक आवाज़ उठती है…ऐ बीते हुए लम्हों…

ए बीते हुए लम्हे ..
मैं फिर से एक बार
तुम्हे जीना चाहता हूँ
जो पिलाया था अमृत वो
फिर पीना चाहता हूँ
फटे समय को
यादों के धागे से सीना चाहता हूँ ..
ऐ बीते हुए लम्हे ,
शायद नाराज़ हो तुम
कल भी थे
आज भी हो तुम,
मेरे लिए तो
ज़िन्दगी के साज हो तुम
ऐ बीते हुए…
View original post 69 more words
Categories: Uncategorized
Of course, it’s true. We are trying to change everything, but couldn’t change ourselves.
LikeLiked by 2 people
Yes sir,
Thanks for sharing your feelings..
LikeLike