
जो मुझ पे गुज़रती है , किस ने उसे जाना है,
अपनी ही मुसीबत है, अपना ही फ़साना है |
दोस्तों ,
कभी कभी हम मुसीबतों में घबरा कर कुछ उलटी – सीधी निर्णय ले लेते है |
लेकिन हमें इस मुसीबतों से डर कर भागना नहीं चाहिए बल्कि हमारा जो काम है उसी को सोच विचार कर आगे भी करते रहना चाहिए |
इसी बात को ध्यान में रख कर एक कहानी सुनाता हूँ | यह कहानी है एक हिरन की | एक प्यासी हिरन पीनी की खोज में जंगल में इधर उधर भटक रही थी ,लेकिन पानी उसे कही भी दिखाई नहीं दे रहा था |
थोड़ी देर जंगल में भटकने के बाद वो निराश होकर एक झाड़ी के नीचे बैठ गई | उसे आभास होने लगता है कि अब प्यास से उसके प्राण निकल जायेंगे | वह अपनी आँखे बंद कर भगवान् को याद करने लगती है |
तभी उसके कानों में नदी में बहते पानी की आवाज़ आती है | वह झाड़ी के दुसरे ओर देखती है तो एक नदी है और उसमे पानी कल कल करती बह रही थी |
उसके ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा, उसे लगा ज़िन्दगी की बहुत बड़ी ख़ुशी मिल गयी है | अब उसे विश्वास हो चला था कि पानी पीकर उसकी प्यास बुझेती और ज़िन्दगी भी बच जाएगी |

वह जल्दी से दौड़ कर नदी की तरफ भागती है | नदी में शीतल जल बह रही थी | सामने से ठंडी हवा का बयार बह रहा था | वह ख़ुशी ख़ुशी पानी पीने के लिए अपना मुँह पानी तक ले जाती है तभी पानी के परछाई में उसने देखा कि बायीं तरफ एक शिकारी धनुष बाण लिए उसकी ओर ही निशाना लगा रहा है |
वह घबरा कर दाहिने तरफ से भागने की सोचती है , तभी उसे दाहिने तरफ की झाड़ियों में एक शेर खड़ा दिखाई देता जो शायद उसे अपना नेवाला बनाना चाहता है | हिरन अब अपने पीछे से भागने की सोचती है तभी उसने देखा कि पीछे भयंकर आग लगी हुई है जो उसी की ओर धीरे धीरे बढ़ रही है | सामने तो गहरी और बड़ी नदी थी जिसकी तेज़ धारा में पार करना संभव नहीं था |
अब वो हिरन बेचारी जाए तो जाए कहाँ | उसे भागने के सभी रास्ते बंद थे | भय और घबराहट के कारण पानी पीना तो भूल ही गयी थी |
ऐसी विकट स्थिति में उसने एक पल के लिए अपनी आँखे बंद कर ली और सोचती है कि अब मैं चारो तरफ से घिर चुकी हूँ और मेरा मरना लगभग तय है | जब मरना निश्चित है तो प्यासी क्यों मरुँ ? मैं पानी पीकर पहले अपने प्यास बुझा लेती हूँ |
ऐसा सोच कर वह अपना मुँह नदी के बहते पानी में लगा देती है और जी भर कर मीठे जल का आनंद लेने लगती है | तभी आसमान में काले बादल छा जाते है और आंधी के साथ बारिस होने लगती है |

तैयार शिकारी अपना तीर हिरन पर चला देता है लेकिन पानी में भींगने की वजह से उसका निशाना चुक जाता है और तीर उस झाड़ी में छिपे शेर को लगती है | शेर गुस्से में झाड़ी से निकलता है और शिकारी के पीछे भागता है | शिकारी भी अपना धनुष बाण वही फेंक कर अपनी जान बचाने के लिए भागता है | और इधर बारिस के कारण आग भी बुझ चुकी थी |
हिरन को तब तक कुछ पता नहीं होता है क्योंकि वह तो अपना सारा ध्यान पानी पीने का आनंद लेने में लगा रखा था | जब वह पानी से तृप्त हो चुकी तो उसे पुरानी घटना की याद आती है तो वो अपने दायीं ओर देखतो है तो शिकारी गायब था और फिर दायें तरफ देखती है तो शेर भी कही नज़र नहीं आता है | फिर उसने पलट कर पीछे देखा तो पाया कि जो आग लगा हुआ था वह भी बुझ गया था | वो हिरन फिर एक बार भगवान को मन ही मन याद करती है |
इस घटना में एक मूल मंत्र छुपा है कि वैसे इंसान की ज़िन्दगी में भी जब मुसीबत आती है तो चारो तरफ से आती है | इस कारण हर इंसान परेशान हो जाता है, मुसीबतों से घबरा जाता है |
ऐसी स्थिति में हमें धैर्य से काम लेना चाहिए | हमें धर्य और हिम्मत बनाये रखना ज़रूरी है | अगर हिम्मत बरकरार रहेगा तो हमारा दिमाग शांत रहेगा और शांत मन से लिए गए निर्णय अक्सर सही हुआ करते है |
बस शांति से कुछ समय समस्या के समाधान के बारे में सोचना चाहिए | जैसे अगर हिरन भी घबरा कर पानी में छलांग लगा सकती थी इधर उधर भाग सकती थी | ऐसे में निश्चित उसकी मौत हो जाती लेकिन वह शांत चित रहने का फैसला किया था |
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Categories: motivational
आत्मविश्वास को बढ़ाने – वाली उत्तम कहानी। 👌👍✌️💐
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सही कहा /
इन सब कहानियों से सकारात्मकता आती है और
आत्मविश्वास को बढाने में मदद मिलती है /
विचार शेयर करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद |
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अच्छी एवं प्ररेक कहानी।
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बहुत बहुत धन्यवाद।
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Beautiful story based on self confidence and trust on God.Nice patriotic video clip.
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Yes dear,
This story is to boost our confidence..
We should face the problems and not to escape ..
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Reblogged this on Retiredकलम and commented:
Prayer is not an attempt to change God’s Mind,
But it is an attempt to let God change our Mind .
Stay happy….Stay Blessed…
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