हँसता हुआ दिल और हँसता हुआ चेहरा ,
यही ज़िन्दगी की सही दौलत है …

साधारणतया यह देखा गया है कि रिटायरमेंट के बाद की ज़िन्दगी में बोरियत महसूस होने लगती है, क्योंकि अचानक हम Busy life से Empty life में आ जाते है | मुझे भी कुछ दिनों तक ऐसा ही अनुभव हुआ , लेकिन मैं ने कही पढ़ा था कि ज़िन्दगी में हमेशा खुश रहने के लिए focused रहना ज़रूरी है |
मैं ने भी हमारे बचे हुए ज़िन्दगी को focus करने के लिए कुछ goal तय किए और उस goal को प्राप्त करने के लिए कुछ नुस्खे को आजमाया, जो हमारे कुछ मित्रों ने सुझाए थे | मुझे समझ आ गया था कि Life is a serious business, handle with care ..
- मैं अपने वो कामों का चयन किया .जिसको करने में हमें मज़ा आता था | जी हाँ, मैं पेंटिंग सिखने लगा और साथ साथ Gardening भी करने लगा | लेकिन उस पर ठीक से focus नहीं कर पा रहा था…
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