Define success on your own terms, achieve it by your own rules,
and build a life you are proud to live..
Be happy….Be alive….

वक़्त सीखा देता है इंसान को ..फलसफा ज़िन्दगी का ,
फिर तो, नसीब क्या, लकीर क्या और तकदीर क्या …
ऐसा भयावह दृश्य देख कर इस ठण्ड के मौसम में भी आनंद के चेहरे पर पसीने की बुँदे बिखर गयी | उसके हाथ पैर काँप रहे थे | कभी वह तड़पते हुए अपनी माँ को देखता तो कभी अपनी बहन के माथे से निकल रही खून को |
उसके मन में इतनी पीड़ा हो रही थी कि वह बच्चो की तरह फुट फुट कर रोने लगा |
तभी दोस्तों ने आनंद को हिम्मत बंधाई और तुरंत उनलोगों को हॉस्पिटल ले चलने की सलाह दी |
फ़ोन करने पर एम्बुलेंस भी तुरंत ही आ गया और वे लोग मिल कर माँ और उसकी बहन को लेकर हॉस्पिटल की ओर तुरंत रवाना हो गए |
हॉस्पिटल में डॉक्टर ने उनके तुरंत इलाज करने के बजाये कहा कि यह पुलिस का मामला है…
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